सूखे की घोषणा में सरकार पक्षपात कर रही है। आधे से ज्यादा जिले सूखे हैं लेकिन घोषणा पांच की ही हुई है। इसी आरोप के साथ भाजपा किसान मोर्चा ने कलक्ट्रेट पर धरना दिया और जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर अपनी मांगे रखी। मोर्चा की मांग है कि सरकार उन सभी 25 जिलों को अकालग्रस्त घोषित करे, जहां सूखे की स्थिति है। इन्होंने यूरिया नियंत्रण नीति भी खत्म करने की मांग की। साथ ही गांवों में चल रहे पावर कट पर नाराजगी जताई। इनका कहना था कि यह बुवाई का समय है, कृषि कनेक्शनों में पावर कट न किया जाए।