ईसर-गणगौर ने किए माता जीण के दर्शन
सुहागिन स्त्रियां बड़ी संख्या में हुईं सवारी में शामिल (पुरोहितों ने गुलाल से किया ईश-गौर का पूजन-अर्चन)
4 अप्रैल, श्री जीण धाम।
सिद्ध शक्ति पीठ श्री जीण माता मंदिर में नवरात्र के तीसरे दिन ईसर और गणगौर की सवारी जीण गाँव में निकाली गई। इस अवसर पर सवारी में सुहागिन स्त्रियां बड़ी संख्या में शामिल हुईं। गांव में स्थानीय ग्रामीण जनों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर अपने हर्ष की अभिव्यक्ति की और आनंदमय जीवन का आशीर्वाद माँगा। गौरतलब है कि विवाहित स्त्रियां अखंड सौभाग्य और अविवाहित श्रेष्ठ वर की कामना के साथ 16 दिवस ईसर और माता गौर का पूजन करती हैं।

चैत्र नवरात्र मेला प्रबंधन से जुड़े पुजारी कमल पाराशर ने बताया कि क्षेत्र में हर मांगलिक कार्य की शुरुआत माता जीण के दर्शनों से होती है। इसलिए आज ईसर-गणगौर की सवारी गाजे- बाजे के साथ गांव में निकली और दोनों को मंदिर में माता जीण के दर्शन कराए गए। उन्होंने बताया कि ये परंपरा बहुत पहले से चली आ रही है। इससे पूर्व ईसर-गौर की सवारी माता जीण के मंदिर पहुँचने पर जीण धाम में स्थित प्राचीन शिव मंदिर के पास मंदिर पुरोहित ने गुलाबी रंग की गुलाल से पूजन-अर्चन किया।
सादर प्रकाशनार्थ,
डॉ. संजय मिश्रा
मीडिया प्रभारी
श्री जीण माता मंदिर ट्रस्ट
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