नौ दिन के चैत्र नवरात्रों के बाद रविवार को रामनवमी मनाई गई। लोगों ने नौ दिन बाद व्रत खोले। पूजा अर्चना कर कन्याओं को जिमाया और उसके बाद रामनवमी मनाई। रामनवमी का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर गलताधाम, चांदपोल स्थित रामचंद्र मंदिर और अन्य मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रम हुए। चांदपोल के राममंदिर में दोपहर जन्मझांकी सजाई गई। श्रद्धालुओं ने बधाई गान गाए। भगवान राम के जन्म की एक दूसरे को बधाई दी। इस अवसर पर राममंदिरों की सजावट भी की गई। कई जगह रामचरित मानस के पाठ हुए और कई मंदिरों में कीर्तन या भजन जैसे धार्मिक कार्यक्रम हुए।