शीतलाअष्टमी पर लोगों ने गैस या चूल्हे पर तवा नहीं चढ़ाया। मान्यता है कि इस दिन बासा खाना ही खाया जाना चाहिए। जयपुर केञ् पास चाकसू में शीतला माता का मेला भरा। सुबह से ही शीलडूंगरी स्थित शीतला मंदिर में श्रद्धालुओं का दर्शनों के लिए तांता लग गया। लोगों ने शीतला माता की पूजा की और बासोडे यानी शीतल व्यंजनों का प्रसाद लगाया। मेला क्षेत्रमाता के जयकारों से गूंज गया। शहर के शीतला मंदिरों में श्रद्धा का ऐसा ही संगम देखने को मिला। गृहणियों ने रात को ही खाना बना लिया। जिसे सुबह शीतल प्रसाद के रूञ्प में माता को अर्पित किया गया। सुबह लोगों ने भी यही प्रसादी खाई।