मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सोमवार को दिल्ली में मुकुल वासनिक समेत कई केन्द्रीय नेताओं से मुलाकात की। चर्चा है कि मुलाकात में जब विश्वेन्द्र सिंह के अनुशासनहीनता का मामला आया तो उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है। यहां राजनैतिक हकलों में चर्चा है कि भरतपुर की कार्यशाला में हुआ हंगामा मुख्यमंत्री की शहर पर ही हुआ था। इसी कारण मुख्यमंत्री विश्वेन्द्र सिंह का पक्ष ले रहे हैं। दूसरी ओर यहां जयपुर में प्रदेश कांग्रेस का मानना है कि भरतपुर के मामले की जितनी निंदा की जाए, कम है। उन्हें अब भी उम्मीद है कि आलाकमान विश्वेन्द्र पर सख्त कार्रवाई करेगा।