ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब नगर निगम में कोई बवाल न हो। कभी कांग्रेसी महापौर और भाजपा बोर्ड की जंग, तो कभी मेयर और सीईओ में खींचतान चलती रहती है। सोमवार को तो भाजपा बोर्ड में ही फूट पड़ गई और उपमहापौर मनीष पारीक के नेतृत्व को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पार्षद यहां इकठा तो मेयर को हटाने के लिए चलाए जाने वाले अभियान के लिए हुए थे लेकिन बात ऐसी बिगड़ी की उप महापौर की ही खिलाफत होने लगी। हालांकि मनीष पारीक ने ऐसे किसी भी विरोध से इंकार किया है। पार्षद दल की बठैक में जमकर हंगामा हुआ और लाइट समिति के चेयरमैन के खिलाफ पार्षद लामबंद हुए।