मीडिया

सामाजिक जागरूकता के लिए तथ्यात्मक लघु फिल्मे होंगी कारगर

Factual short films effective social awareness

जयपुर, 01/06/2021,

सामाजिक मुद्दों को उजागर करके कोरोना की विनाशकारी चेन को तोडा जा सकता हैं। इस प्रयास मे तथ्यात्मक जानकारी के साथ लधु फिल्मो के माध्यम से जागरूकता प्रभावी हो सकती है।

लोक संवाद संस्थान जयपुर स्थित मीडिया एडवोकेसी संगठन और एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, द्वारका ने यूनिसेफ राजस्थान के सहयोग से संचालित शेक्षिक कार्यक्रम के तहत वेबिनार का आयोजन किया गया।

एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन के 42 छात्र/छात्राये पांच समूहों की टीम लीडर अनन्त सेठ, पलक लंग, देबिद्रिता भौमिक, शिवांगी अग्रवाल, देवेश, प्रियांश अरोड़ा, अवंतिका, कनिष्का, चांदना, नित्या रमेश ने बच्चो व युवाओ की आवाज, मेरी आवाज़ अब तक बेजुबा थी, पढ़ लिख लेगी तो सबकुछ करेगी, सेनिटेशन, समाज में लड़के-लड़की के भेद भाव, पौष्टिक आहार आदि विषयो पर लघु- फिल्मो की कथा प्रस्तुत करी।

वेबिनार मे राजस्थान यूनिसेफ कम्युनिकेशन एंड एडवोकेसी विशेषज्ञ श्री अंकुश सिंह, लोक संवाद संस्थान सचिव कल्याण सिंह कोठारी, प्रोजेक्ट संचालक भारती पारीक, एपीजे इंस्टीट्यूट के निदेशक सागर मुखर्जी व प्रो.पिजुष दत्ता प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी शामिल हुए।

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