Site icon

आईसीटी उपयोग से मानवीय क्षमताओं में अतीव अभिवृद्धि संभव

(एसकेडी यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय कार्यशाला में 17 राज्यों के प्रतिभागी हुए शामिल)

हनुमानगढ़, 17 जून।
श्री खुशालदास विश्वविद्यालय के विशेष शिक्षा विभाग एवं मनोविकास उच्च शिक्षण संस्थान, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में समावेशी कक्षा में मूल्यांकन और शिक्षण के लिए आईसीटी विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आज औपचारिक आगाज हुआ।कार्यशाला में 17 राज्यों से 125 से अधिक स्पेशल एजुकेशन से जुड़े स्कॉलर्स, एजुकेटर्स एवं पेशेवर शामिल हुए।

आज प्रातः 10 बजे उद्घाटन-सत्र में सीनियर कंसल्टेंट जेसी गुप्ता ने कहा कि सूचना-संचार तकनीक से किसी भी व्यक्ति की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है और इससे मानवीय क्षमताओं में अतीव अभिवृद्धि भी संभव है। उन्होंने बताया कि आईसीटी से नॉलेज एक्सचेंज, आइडिया डेवलपमेंट, रिव्यु इनफार्मेशन, टीचिंग-लर्निंग में बहुत मदद मिल सकती है।

उप निदेशक समाज कल्याण विभाग हनुमानगढ़ विक्रम सिंह शेखावत ने कहा कि आईसीटी के इस्तेमाल को लेकर सरकारी स्तर पर प्रयास तो हुए, लेकिन सीखने की कमजोर प्रवृत्ति के कारण आज भी बहुत से टूल्स नहीं काम में लिए जा रहे।

अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हनुमानगढ़ रोहिताश्व कड़वासरा ने कहा कि विश्व बहुत तेजी से बदल रहा है और ऐसे समय अगर बदलती तकनीक को समय रहते नहीं अपनाया गया, तो बहुत पिछड़ जायेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्कशॉप में प्रतिभागी सीख पाएंगे कि किस तरह गूगल आदि ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग करके दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए उपयोगी और आकर्षक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सकती है।

इस अवसर पर एसकेडी यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन दिनेश कुमार जुनेजा ने कहा कि दिव्यांगों के शिक्षण में आईसीटी के उपयोग पर आधारित विमर्श में जो भी निष्कर्ष मिलेंगे, उन्हें भारत सरकार और संबद्ध एजेंसी के साथ साझा किया जाएगा जिससे दिव्यांगों के लिए कारगर योजना बन सकेगी। एसकेडी यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर डॉ. वैभव श्रीवास्तव ने दिव्यांग स्टूडेंट्स के प्रति बराबरी के व्यवहार पर जोर दिया।

मनोविकास उच्च शिक्षण संस्थान दिल्ली के प्रबंधन सचिव डॉ. आलोक भुवन ने कहूट मोबाइल ऐप पर रोचक प्रश्नोत्तरी के माध्यम से प्रतिभागियों के सामान्य ज्ञान की परीक्षा की। यही नहीं, विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न विभागों में क्यू आर कोड लगाए गए जिसको स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स ने स्कैन करके आईसीटी विषयक जानकारी को अपडेट किया।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय दृष्टि विकलांग संस्थान देहरादून के पूर्व निदेशक डॉ. हिमांशु दास, अली यावर जंग नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्पीच एंड हियरिंग डिसैबिलिटीज दिल्ली के पूर्व सहायक निदेशक जेसी गुप्ता, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ पर्सन्स विद मल्टीपल डिसैबिलिटीज के डॉ. कामराज को विशेष शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

एसकेडी यूनिवर्सिटी के विशेष शिक्षा विभागाध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिये विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी। कुलसचिव डॉ. श्यामवीर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम संचालन छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय मिश्रा ने किया।

गौरतलब है कि ये राष्ट्रीय कार्यशाला भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) से स्वीकृत है जो इस क्षेत्र में प्रथम बार आयोजित की जा रही है।

जन संपर्क विभाग
एसकेडी यूनिवर्सिटी
92516 67417 /98295 58069c

Exit mobile version