पिछले एक हफ्ते से भारतीय जनता पार्टी का वसुंधरा खेमा य प्रयास कर रहा था कि राजनैतिक दबाव बनाकर राजेन्द्र राठौड़ की गिरफ्तारी टाली जाए। यहां तक की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राठौड़ समेत अन्य समर्थकों के साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री तक से मिलने जा पहुंची थी। ये बात अलग है कि प्रधानमंत्री ने इन्हें मिलने का समय ही नहीं दिया। तब ये प्रतिनिधिमंडल गृह राज्य मंत्री नारायण सामी से मिलकर लौटा था। सूत्रों का कहना था कि उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप से इंकार कर दिया था। इधर गुरुवार को राजेन्द्र राठौड़ की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही प्रदर्शन का दौर भी शुरू हो गया। राठौड़ समर्थकों ने गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रास्ता जाम किया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर वहां से गुजर रहे वाहनों को रोक दिया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ नारव्बाजी करने लगे। इनका आरोप था कि मुख्यमंत्री अपनी राजनीतिक रंजिश निकालने के लिए सीबीआई को कठपुतली बना रहे हैं।