Site icon

जयपुर में बुक शॉपिंग और बुक रीडिंग

book-shopping-and-book-reading

जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल ने जयपुर में साहित्य प्रेम की लहर पैदा कर दी है। पिछले कुछ वर्षों से लगातार जयपुर यूथ अपने आप को बड़ी तादाद में पुस्तकों से जोड़ रहा है। मजे की बात यह है कि युवा कॅरियर कांसियस होने के साथ साथ साहित्य में भी गहरी रूचि रखने लगा है। जयपुर की फिजां में यह पुस्तक प्रेम नया नहीं है। ये हमारे संस्कार हैं, जो हमें हमारी परंपराओं से मिले हैं। जयपुर शास्त्रों और ग्रंथों की देन है। जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय शास्त्रप्रेमी थे और अध्ययनशीलता उनके प्रमुख गुणों में एक थी। वे स्वयं ज्योतिष और अंकगणित के महाज्ञाता थे। जयपुर की स्थापना से पूर्व भी उन्होंने शिल्पशास्त्र और वास्तुविज्ञान का भरपूर अध्ययन किया था। इसी ज्ञान की बदौलत जयपुर जैसा पूर्ण नियोजित शहर अस्तित्व में आया।

जंतर-मंतर भी उसी ज्ञान को समावेशित रख पाने के कारण आज विश्व धरोहर में शामिल है। स्टेच्यू सर्किल पर महाराजा सवाई जयसिंह की आदमकद प्रतिमा के साथ उनके ग्रंथों को भी दिखाया गया है। इसलिए ग्रंथों और पुस्तकों का महत्व हम जयपुरवासियों से बढ़कर कौन जान सकता है। हमारी संस्कृति और परंपराएं भी हमें किताबों के प्रति आदर और उनका महत्व सिखाती हैं। महाराजा सवाई जयसिंह ने सिटी पैलेस के निर्माण के साथ ही उसके एक अहाते में पोथीखाने का भी निर्माण कराया। 36 कारखानों में से पोथियों के खाने को भी राज्य और शासन के सुसंचालन और आर्थिक विकास का आधार माना गया था। सिटी पैलेस के मुख्यद्वार त्रिपोलिया के ठीक सामने चौड़ा रास्ता आज पुस्तकों के बाजार के रूप में जाना जाता है। चौड़ा रास्ता में त्रिपोलिया कॉर्नर पर ही मानसिंह पुस्तकालय जयपुर के पुस्तक प्रेम को दर्शाता है।

जयपुर बुक शॉपिंग के लिए बेहतरीन डेस्टीनेशन है। यहां राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सभी पुस्तकें कई बुक-शॉपी पर उपलब्ध हैं। इसके साथ साथ यहां पुस्तक मेला, पुस्तक पर्व आदि का आयोजन भी समय समय पर किया जाता है जिनमें बड़ी तादाद में लोग हिस्सा लेते हैं।
जयपुर में आप अपनी पसंद की साहित्यिक पुस्तकें चुनिंदा बुक सेंटर्स से खरीद सकते हैं। चौड़ा रास्ता में विद्यार्थियों और कांपीटीशन फेस कर रहे स्टूडेंट्स के लिए पुस्तकें और अन्य स्टेशनरी मिल जाती हैं। यहां कुछ दुकानों पर साहित्यिक पुस्तकें भी उपलब्ध हैं लेकिन क्रासवल्र्ड और हिंदी विद्याभवन जैसी जगहों पर आपका पसंदीदा साहित्य उपलब्ध हो जाता है।

जयपुर के प्रमुख बुक स्टोर इस प्रकार हैं-

सीस्कीम- क्रॉसवल्र्ड, कृष्णा बुक डिपो, झोटवाड़ा- क्रॉसवल्र्ड, शिवशक्ति बुक स्टोर, राजापार्क-  हिल व्यू बुक गैलेरी, जेएलएनमार्ग- बुकमैन एसोसिएट्स, सिंधी कैंप- यूनिवर्सल बुक हाउस, ग्रंथ यश, मालवीय नगर- कमल बुक्स एंड स्टेशनर्स, बुक कैफे, बापू नगर- रॉयल बुक स्टोर, वाणी मंदिर, बेस्ट बुक वल्र्ड, आनंदपुरी- मिस्कीन बुक डिपो, विद्याधर नगर– हिंदी विद्या भवन बुक डिपो, हसनपुरा- मोदी स्टेशनर्स एंड बुक स्टोर, चौड़ा रास्ता- नवरत्न बुक सेलर, शिव शंकर बुक डिपो, श्रीश्याम पुस्तक मंदिर, राजकली देव विमल बुक कॉर्नर, सुनीता पब्लिकेशंस, द उषा बुक स्टोर, स्टूडेंट बुक कंपनी, ईश्वरलाल बुक सेलर, शर्मा पुस्तक भंडार, राज पुस्तक मंदिर, शर्मा बुक डिपो, रमेश बुक सेंटर, संजीव बुक डिपो, शर्मा बुक सेंटर, यूनीक बुक्स, चांदपोल-जैन बुक्स एंड स्टेशनर्स, एसएन प्रकाशन,  जौहरी बाजार- सेवाराम ताड़केश्वर बुक स्टोर, नेहरूनगर- जैनप्रिया बुक सेलर, बरकतनगर- मारूति पेपर प्रोडक्ट, बजाजनगर– श्रीराम पुस्तक भंडार, शास्त्रीनगर- गुप्ता बुक्स एंड स्टेशनर्स, दुर्गापुरा- मंगलदीप बुक स्टोर, अजमेर रोड- रितिका बुक हाउस, विश्व बुक्स, टोंक रोड– स्वास्तिक बुक शॉप, टोंक फाटक– बुक शॉप, सिविल लाइंस- बरवाड़ा बुक हाउस, खातीपुरा- ओम बुक स्टोर।

यदि आप पुस्तकें पढ़ने के शौकीन हैं तो जयपुर में पुस्तकालयों की भी कोई कमी नहीं।

जयपुर में प्रमुख पुस्तकालय-
सिटी पैलेस- पोथी खाना, अल्बर्ट हॉल- लाईब्रेरी, जेएलएनमार्ग– राधाकृष्णन लाईबेरी, चौड़ा रास्ता- राजकीय महाराजा पब्लिक पुस्तकालय, पोलोविक्ट्री-ओम शांति ओशो लाईब्रेरी, सेठी कॉलोनी- श्री सन्मति लाईब्रेरी, मालवीयनगर- प्राकृत भारती अकेडमी, चित्रकूट मार्ग-माइंडजिम किड्स लाईब्रेरी, गोपालबाड़ी- शुभम रीडर्स पैराडाईज।


Exit mobile version