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सवाई मानसिंह स्टेडियम

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जयपुर का सवाई मानसिंह स्टेडियम देश के सबसे खूबसूरत स्टेडियमों में से एक है। सुंदरता के लिए विभिन्न नामों से संबोधित करने वाले इस शहर का यह स्टेडियम भी अपनी खूबसूरती, बनावट, सुविधाओं और बेहतर माहौल के कारण दुनियाभर के खिलाड़ियों को आकर्षित करता है। जयपुर शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहों में से एक ’रामबाग सर्किल’ पर स्थित यह स्टेडियम जयपुर घराने के महाराजा सवाई मानसिंह के नाम से जाना जाता है।

महाराजा मानसिंह द्वितीय के शासनकाल के दौरान बने इस भव्य स्टेडियम का वर्ष 2006 में नवीनीकरण किया गया। महाराजा मानसिंह ने खेलों के क्षेत्र में जयपुर का नाम दुनियाभर में रोशन किया। वे होर्स पोलो के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी और चैम्पियन थे। यही कारण है कि उनके नाम पर इस विशाल स्टेडियम का नामकरण किया गया। नवीनीकरण के बाद यह सबसे अच्छे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियमों में शुमार हो चुका है।

एसएमएस स्टेडियम में क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों के ट्रैक और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं भी हैं। जयपुर के सबसे पॉश इलाके में स्थित इस भव्य स्टेडियम की क्षमता 30 हजार दर्शकों की है।

महत्वपूर्ण तथ्य : क्रिकेट

पहला टेस्ट – 21 – 26 फरवरी 1983, भारत बनाम पाकिस्तान

यादगार मैच

जयपुर के इस शानदार क्रिकेट ग्राउंड पर कई यादगार मैच खेले गए हैं जिनमें 21 फरवरी 1987 को हुआ भारत पाकिस्तान के बीच खेला गया टैस्ट मैच कई कारणों से यादगार बन गया। इस मैच में दूसरे दिन का खेल देखने के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रपति जिया उल हक को आमंत्रित किया गया था। यह मैच भारत पाकिस्तान के बीच ’क्रिकेट फोर पीस’ का संदेश देने के मकसद से खेला गया था। इस मैच को पाकिस्तानी क्रिकेटर युनीस अहमद के 17 साल के कॅरियर में तीसरी बार क्रिकेट में वापसी और भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर के पहली गेंट पर आउट हो जाने के लिए याद किया जाता है। यह मैच भारी बारिश के चलते तीसरे दिन बिना परिणाम के ही समाप्त हो गया था।

एसएमएस स्टेडियम में एकदिवसीय  मैचों की शुरूआत धमाकेदार हुई। पहला एक दिवसीय मैच यहां 2 अक्टूबर 1983 को भारत और पाकिस्तान के बीच ही खेला गया था। उस वर्ष भारतीय टीम वर्ल्डकप चैंपियन बनी थी। विजय के नशे में चूर इस टीम ने विरोधी टीम को चार विकेट से मात दी। सभी खिलाड़ी वही थे जो वर्ल्डकप विजेता टीम का हिस्सा थे। इस स्टेडियम ने दो वर्ल्डकप मैचों की भी मेजबानी की। एक 1987 में और दूसरा 1996 में। पहले मैच में वेस्टइंडीज इंगलैंड से हारी और फिर बाद में आस्ट्रेलिया को हराया। गौरतलब है कि इस स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन की शानदार पारी खेलकर ही महेन्द्र सिंह धोनी सारी दुनिया पर छा गए थे। जयपुर की जमीन पर किसी भी बल्लेबाज का यह सर्वोच्च स्कोर था।

रिकॉर्ड

जयपुर का यह शानदार स्टेडियम कई अंतर्राष्ट्रीय रिकॉर्ड का गवाह भी रहा है। वर्ष 2005-06 में भारत का सर्वाधिक स्कोर श्रीलंका के खिलाफ रहा। इस मैच में भारत ने 4 विकेट पर 303 रन बनाए। इसी मैदान पर सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड भी भारत के नाम ही है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 135 रन पर आउट होकर यह खराब रिकॉड अपने नाम किया। व्यक्तिगत सर्वोच्च स्कोर के मामले में भी भारत का पलड़ा भारी है। इस ग्राउंड पर भारत के महेंद्र सिंह धोनी ने 185 रनों की तूफानी पारी खेलकर सनसनी मचा दी थी। किसी  भी खिलाड़ी द्वारा इस मैदान पर बनाया गया यह सर्वोच्च स्कोर है।

सवाई मानसिंह स्टेडियम ने कई टेस्ट मैचों के साथ वन डे और  टी-20 मैचों की मेजबानी  की है। यह वही मैदान है जहां से सौरभ गांगुली और सचिन तेंदुलकर ने दुनिया की सबसे सफल ओपनिंग जोडी देने की शुरूआत की थी। दोनो ने बतौर ओपनर यहां अपना पहला मैच खेला था। साथ ही यहां  यह भी याद दिलाना जरूरी है कि आईपीएल के पहले सीजन में सबसे कमजोर आंकी जा रही राजस्थान रॉयल्स की टीम ने इसी मैदान पर चैंपियन बनकर सबकी बोलती बंद कर दी थी। जब भारत ने वर्ल्डकप की मेजबानी की थी तब पहला मैच जयपुर में ही भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था।

प्रमुख टूर्नामेंट

वर्ष – 2006 में महिला एशिया कप
वर्ष – 2006 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी
वर्ष – 1987 और 1996 में क्रिकेट विश्व कप

सवाई मानसिंह स्टेडियम : पुननिर्माण

वर्ष 2006 में एसएमएस स्टेडियम का पुनर्निर्माण किया गया। लगभग 400 करोड के इस पुनर्निर्माण के बाद स्टेडियम की काया ही पलट गई और यह विश्व के सबसे खूससूरत स्टेडियमों में शुमार किया जाने लगा। यहां बनाए गए मीडिया कक्ष, गैलरीज, दो नए ब्लॉक आदि से स्टेडियम के न केवल रूप में निखार आया है वरन सुविधाओं के मामले में भी यह देश का अग्रणी स्टेडियम बन गया है। यहां 7 करोड की लागत से एक वर्ल्डक्लास क्रिकेट अकेडमी भी बनाई गई जिसमें 28 कक्ष, एक जिम, एक रेस्टोरेंट, दो कांफ्रेंस हॉल और एक स्विमिंग पूल था।

जयपुर के इस शानदार और यादगार स्टेडियम में विकास कार्य अब भी चल रहे हैं और आहिस्ता आहिस्ता यह दुनिया के बेहतरीन स्टेडियम की शक्ल अख्तियार करता जा रहा है। यहां क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों को भी प्रोस्ताहन देने के लिए कई आउटडोर और इंडोर ट्रैक, कक्ष, हॉल आदि का निर्माण किया जा रहा है। भविष्य में हम मेट्रो शहर जयपुर के नए अत्याधुनिक स्टेडियम से रूबरू होंगे।


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