पुलिस कमिश्नर बी.एल. सोनी ने कहा है कि शिक्षण संस्थाओं में विशेष कालांश निर्धारित कर सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आज भी दस हजार से अधिक सड़क दुर्घटनाएं जागरूकता के अभाव में होती है। ऐसे में यह जरूरी है कि देश के भावी नागरिक तैयार करने वाली शिक्षण संस्थाओं के जरिये ही इस संबंध में जागरूकता अभियान चलाया जाये। विद्यार्थी यातायात (traffic) नियमों के लिये जागरूक होंगे तो समाज अपने आप ही सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति चेतनावान होगा। सोनी शनिवार को यहां पुलिस नियंत्रण कक्ष सभागार में यातायात पुलिस द्वारा आयोजित शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधियों की विशेष बैठक मे संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह शिक्षण संस्थाएं ही हैं जो समाज में जागरूक भावी नागरिक तैयार करती है। वहां पर पढऩे वाले बच्चों को आरंभ से ही यातायात नियमों की पालना के संबंध में विशेष शिक्षा दी जाए तो भावी नागरिक के रूप में वे समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने शुरूआत घर से ही किये जाने पर जोर देते हुए शिक्षण संस्थाओ में अध्ययनरत बच्चों के बारे में खासतौर से यह सुनिश्चित किये जाने पर जोर दिया कि एक भी बच्चा वहां बगैर हेलमेट और बगैर लाइसेंस वाहनों का इस्तेमाल करता नहीं पाया जाये।