परकोटे के बाजारों से अतिक्रमण हटाने के लिए शुरू हुआ अभियान टोटल फ्लॉप साबित हुआ। अभियान था नगर निगम का, लेकिन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच चल रही लड़ाई के कारण इसे सात दिन बाद ही बंद कर दिया गया। महज समझाइश तक सिमटे अभियान के बाद अतिक्रमण जस के तस हैं। मेयर खुद ये मुहिम परवान नहीं चढ़ पाने की बात स्वीकार करती हैं। वो अधिकारियों को इसके लिए दोषी ठहरा रही हैं।