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बेनिवाल के कारण कार्यवाही 4 बार स्‍थगित

विधानसभा में मंगलवार को विधायक हनुमान बेनीवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान तीन मंत्री और संसदीय सचिव वैल में आकर उपाध्यक्ष से व्यवस्था देने की मांग करने लगे। इस दौरान भाजपा विधायकों ने भी नारेबाजी की। भारी हंगामे के बीच उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा ने कार्रवाई 1 बजे तक स्थगित कर दी। सुबह सदन की कार्रवाई शुरू होने के साथ ही प्रतिपक्ष के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी खड़े हुए और कल की घटना की वीडियों फुटेज देखकर कार्रवाई की मांग करने लगे। इस बीच मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने भी अपने स्थान से खड़े होकर कहा कि इस घटनाक्रम के लिए मुख्य सचेतक रघु शर्मा जिम्मेदार हैं। यह बोलते हुए गुढ़ा वेल में आ गए। इसी के साथ दूसरे मंत्री राजकुमार शर्मा भी वहां आ गए और कहा कि कोई बेटा मां के लिए गाली नहीं सुन सकता। यह बात ठीक है कि ऎसा सुनने के बाद मैं हनुमान बेनीवाल को टोकने जा रहा था। इनके समर्थन में मुरारीलाल मीणा व बसपा से कांग्रेस में शामिल अन्य विधायक भी वैल में आ गए। इससे सदन में भारी हंगामा शुरू हो गया। इस बीच पर्यटन मंत्री बीना काक और संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल मंत्री व अन्य विधायकों से समझाइश करते हुए दिखाई दिए। भाजपा विधायक भी वैल में आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्रवाई 1 बजे तक स्थगित होने के बाद भी काक और धारीवाल मंत्रियों को मनाने में जुटे रहे।  सदन में प्रतिपक्ष के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि सदन की गरिमा होती है और यह परम्पराओं से चलता है। जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी ,विरोध जारी रहेगा। सत्तापक्ष बिखरा हुआ है और इन्हीं की वजह से कार्रवाई बाघित हो रही है। तिवाड़ी ने रघु शर्मा के साथ-साथ सभापति पैनल में शामिल सुरेन्द्र जाडावत पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों को नियमों का पता नहीं है।


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