ईवीएम भी रहेगा एवं उसमे लगेगा जीपीएस : सुनील अरोड़ा
आने वाले समय में ईवीएम मशीनों में जीपीएस भी लगाया जाएगा। यह बात पब्लिक रिलेशन्स काउंसिल ऑफ इंडिया-पीआरसीआई की ओर से मणिपाल विश्वश्विद्यालय जयपुर में पीआर-वाट इज द बिग आईडिया की थीम पर आयोजित की जा रही दो दिवसीय 13 वीं ग्लोबल कम्यूनिकेशन कॉनक्लेव में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनिल अरोड़ा ने बतौर मुख्य अतिथि कांफ्रेस के शुभारंभ अवसर पर अपनी कीनोट स्पीच में कही।
इस अवसर पर उन्होंने 1951 एवं 2014 की तुलना करते हुए कहा कि भारत में राजनीतिक पार्टियों एवं वोटर्स की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही इलेक्शन कमीशन भी तकनीक के सहारे 2014 से अब तक देश भर में हुए लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों में अपनी भूमिका बखुबी निभा रहा है। उन्होंने विभिन्न देशों के संविधान, इलेक्शन कमीशन एवं वहा की चुनाव प्रणाली तथा पॉलिसी के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि अमरीका को करीब 100 साल, यूके को करीब 200 साल लगे, जब कि भारत में आरंभ से ही महिलाओं को वोटो की गिनती मेें रखा जब की अन्य देशों ने नही।
अरोड़ा ने चुनावों में तकनीक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रो. साहनी, प्रो. डी. के. शर्मा सहित अन्य शिक्षाविदे की ओर से इलेक्शन कमीशन की चुनाव प्रणाली को ओर बेहतरीन बनाने के लिए किए गए कार्यों की प्रशंसा की। राजनीतिक पार्टियों को चुनाव चिन्ह देने का काम चुनाव आयोग ने आरंभ किया। उन्होंने चुनाओ के दौरान सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाओं पर चिंता व्यक्त की। साथ ही प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक मीडिया की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने ईवीएम के उपयोग एवं चुनावों में एक्जिट पोल के रोल पर भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर मणिपाल विश्वद्यालय
जयपुर के चैअरपर्सन एवं चांसलर, प्रो. के. रामनारायण ने मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के विकास यात्रा एवं गतिविधियों के बारे में जानकारी दी एवं सभी प्रतिभागियों से कॉनक्लेव का लाभ उठाने का आह्वान किय।
नेशनल एक्जिीक्यूटिव पीआरएसआई के प्रेसिडेंट, एस. नरेंद्र ने स्वागत उद्बोधन दिया। पीआरसीआई के चीफ मेंटर एवं चैअरमेन इमिरियट्स, एम. बी. जयराम ने ओपनिंग रिमार्क दिए। पीआरसीआई के चैअरमेन गवनिंर्ग काउंसिल बी. एन. कुमार ने प्रजन्टेशन के जरिए पीआरसीआई की उद्भव, विकास एवं गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। कान्कलेव चेअरपर्सन विजय लक्ष्मी ने कॉनक्लेव की थीम के बारे मे बताया। पीआरसीआई की युवा शाखा वाईसीसी की चेअरपर्सन गीताशंकर ने वाईसीसी की गतिवििधयों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में चाणक्य स्पेशल मैग्जीन का भी अतिथियों ने विमोचन किया। कॉनक्लेव के शुभारंभ के बाद अतिथियों ने कम्यूनिकेशन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं एवं प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। इनमें राजस्थान पत्रिका को मीडिया हाउस ऑफ द ईअर से नवाजा गया। साथ ही ओनजीसी, टैफे, इंडियन ऑयल, एनटीपीसी, एनआरआई अवार्ड मिराज होल्डिंग, एनडीटीवी की हर्षा कुमारी सिंह, पत्रकार अमृता मोर्य, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर, वाडिया ग्रुप, भेल, आदित्य बिरला ग्रुप, मीडिया एज्यूकेटर, डॉ रमेश कुमार रावत को चाणक्य अवार्ड से अतिथियों ने नवाजा। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
कॉनक्लेव में पीआर, कॉरपोरेट संचार के पेशेवर, मीडिया एज्यूकेटर्स के अतिरिक्त प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकारों ने शिकत की। पीआरसीआई देश की एक जानीमानी संस्था है, जिससे कि देश-दुनिया के पीआर, कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन, मेरीकॉम, एचआर प्रोफेशनल, मॉस कम्यूनिकेशन शिक्षा विद् एवं विद्यार्थी इसके देश भर में संचालित 31 चैप्टर्स से सक्रियता से जुडे़ हुए है। कॉनक्लेव में सोशल मीडिया, संचार शिक्षा सहित अनेक मीडिया मुद्दों पर मंथन किया गया। कॉनक्लेव के समानान्तर ही वाईसीसी की ओर से कॉनक्लेव में देश भर के शिक्षण संस्थानों से भाग लेने आए संचार के विद्यार्थियों के लिए लाईफ बियांड सोशल मीडिया, द केनवास इज मच लार्जर जैसी थीम पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके साथ ही सेल्फी एवं सोशल मीडिया कान्टेस्ट जैसे कार्यक्रम भी कॉनक्लेव का मुख्य आकर्षण रहे।
डॉ. रमेश कुमार रावत एसोसिएट प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेशन मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर
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