महात्मा गांधी अस्पताल में जल्द शुरू होंगी इंटरवेंशनल रेडियोलोजी सेवाएं इंटरवेंशनल रेडियोलोजी ने आसान किया उपचार : डॉ. बैजल
डॉ. बैजल ने कहा कि आजकल हार्ट की तरह ही ब्रेन, कैरोटिड, आंतों, लिवर आदि रूकावटों, कैंसर की गांठों आदि का सैल्फ एक्सपेंडिबल स्टेंट लगाकर सफल उपचार किया जा रहा है। रेडियो फिक्वेंसी एब्लेशन के जरिये हार्ट, ब्रेन, किडनी व आंतों आदि के ट्यूमर का उपचार किया जा रहा है। इंटरवेंशनल रेडियोलोजी के जरिये महिलाओं में गर्भाशय के फाइब्रोइड्स को बिना ऑपरेशन के सलेक्टिव कैथेटराइजेशन के जरिये ठीक किया जा रहा है। इसमें आर्टिरियल सप्लाई बंद करके ट्यूमर को निष्क्रिय कर दिया जाता है। यह महिलाओं के लिए बडी राहत है। इसी तरह लिम्फेजियोग्राफी के जरिये थोरेसिक डक्ट की रूकावटों को ठीक किया जा सकता है।
इंटरवेंशनल रेडियोलोजीकल प्रेासीजर्स में दो इमेजिंग उपकरणों से प्राप्त जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर शरीर के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचकर रेडियेशन पैलेट्स के जरिये ट्यूमर तक न केवल पहुंचा जा सकता है बल्कि उपचार भी किया जा रहा है। आजकल खास तरह की नई डे्रनेज ट्यूब तैयार की गई है जिसे लिवर, पैंक्रियाज, स्पिलीन के रिसाव तथा पेट में भरे पानी को निकालने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। इसे बार बार बदलने की आवश्यकता नहीं रहती। इसी तरह एम्बोलाइजेशन के जरिये शरीर के विभिन्न अंगों में हो रहे रिसाव
को बिना सर्जरी के इंटरवेंशन के जरिये रोका जा सकता है। इसके जरिये बायोप्सी भी आसान व सुरक्षित तरीके से की जाने लगी है।
महात्मा गांधी अस्पताल के चेयरमैन डॉ. एम एल स्वर्णकार ने कहा कि इंटरवेंशनल रेडियोलोजी चिकित्सा विज्ञान की ऐसी विशिष्ट देन है जिसमें रोगी को ऑपरेशन के दर्द का अहसास नहीं होता। इस एडवास्ड उपचार तकनीक ने उपचार को आसान व सटीक बना दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही महात्मा गांधी अस्पताल में इंटरवेंशरल रेडियोलोजी सेवाएं शुरू की जायेंगी।
कार्यक्रम के उद्घाटन में प्रो वाइस चांसलर डॉ. सुधीर सचदेव, प्रिंसिपल डॉ. जी एन सक्सैना, एडवाइजर डॉ. हरि गौतम सहित रेडियोलोजिस्ट प्रो. एस सी गुप्ता, डॉ सुनील अग्रवाल, डॉ. बबेरवाल, एसएमएस से डॉ मीनू बगरहट्टा सहित बडी संख्या में चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।
वीरेन्द्र पारीक
डाइरेक्टर, मार्केटिंग एण्ड पब्लिक रिलेशन्स
मो. 9929596601, 8107041111