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’’सप्तक-द म्यूज़ि़कल ऑक्टेव ग्रुप’ के कलाकारों ने दी वर्ष 2018 को सुरबद्ध विदाई

सप्तक-द म्यूज़ि़कल ऑक्टेव ग्रुप

ऐ….जाते हुए लम्हों फिल्म संगीत संध्या में हिन्दी सिनेमा का सुरीला सफर हुआ साकार ’’सप्तक-द म्यूज़ि़कल ऑक्टेव ग्रुप’ के कलाकारों ने दी वर्ष 2018 को सुरबद्ध विदाई

’’सप्तक-द म्यूज़ि़कल ऑक्टेव ग्रुप, जयपुर’’ की ओर से कल 30 दिसम्बर, 2018 रविवार को जवाहर कला केन्द्र, जयपुर के ’रंगायन सभागार’ में ऐ जाते हुए लम्हों फिल्म संगीत संध्या का आयोजन किया गया। यह फिल्म संगीत संध्या वर्ष 2018 को सुरमयी विदाई देने एवं साथ ही उन फिल्म जगत की हस्तियों को भी श्रद्धांजली देने के उददेश्य से आयोजित की गइ जो वर्ष 2018 में हमें छोड़कर चले गये, लेकिन फिल्म संगीत के क्षे़त्र में नये आयाम स्थापित कर गये ’’सप्तक-द म्यूज़ि़कल ऑक्टेव ग्रुप, जयपुर’’ की ओर से उन सभी संगीतविदों को नमन किया गया।

इस संगीत संध्या में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए आई आई एस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशनस के फाउंडर,डायरेक्टर एवं शिक्षाविद डॉ अशोक गुप्ता ने सभी कलाकारों को बधाइ देते हुए कहा संगीत एक सतत साधना है एवं सप्तक ने इतने अल्प समय में संगीत के क्षेत्र में गुणवत्ता के मापदंड स्थापित किये हैं। डॉ गुप्ता ने संगीत की विभिन्न विधाओं से जुडे़ पक्षों पर प्रकाष डालते हुए नियमित रियाज़ करने के बारे में विचार रखे। संगीत के सप्त स्वरो में ही सृष्टि समाहित है। उन्होंने सप्तक के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए पांचवे सुसंयोजित कार्यक्रम की सराहना की।

कार्यक्रम में सम्मान्नीय अतिथि के तौर पर पूर्व आई ए एस, कवि एवं लेखक हेमंत शेष ने कहा कि वर्तमान में संगीत में रूचि रखने वालो के लिए अब अवसर बढ रहे हैं एवं सप्तक कला एवं संस्कृति को सहेजने का कार्य कर रहा है वहीं सम्मान्नीय अतिथि डॉ राखी गुप्ता ने सभी कलाकारों को बधाई दी।

’सप्तक’ की ओर से आयाजित इस संगीत संध्या में सुरमणि भास्कर गोस्वामी ने बांसुरी पर राग शिवरंजिनी की बंदिशों पर आधारित फिल्मी नगमों से सुसज्जित मैडले प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण सात वषी र्य बालिका श्रव्या भट्ट का हिप्पोप रहा जिसने सभी दर्शको को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का प्रभावी एवं सफल संचालन अभिजीत जोशी एवं एंकर मुस्कान गोलाश ने किया।

इस फिल्म संगीत संध्या में राजस्थान एवं अन्य राज्यों से आए गायक व गायिकाओं ने हिन्दी फिल्मजगत के 60वें दशक से लेकर नये जमाने के नगमे सुनाकर हिन्दी सिनेमा के वर्तमान दौर तक के सफर को तय किया। इस सुरीली शाम को भारतीय हिन्दी सिनेमा के साठवे दशक से लेकर आज के दौर तक के बेहतरीन नगमों को सुरों के गुलदस्ते में सजाया गया। ’सप्तक-द म्यूजिकल ऑक्टेव ग्रुप’ के प्रदीप भारद्वाज, राजेश गोस्वामी, डॉ रूचि गोस्वामी, अभिजीत जोशी, मीनाक्षी कॉल, डॉ अदिति भारद्वाज, सूबे सिंह योगी, प्रबोध गोस्वामी अनामिका जैसवाल, डॉ उमा विजय, पूर्वा देवर्षि, अनन्या गोस्वामी एवं प्रांगल चौहान ने इस शाम को सुरमयी बनाने में अपना योगदान देकर हिन्दी सिनेमा के जाने माने पाश्व र्गायकों को अपने ही अंदाज़ में जीवंत किया।

कार्यक्रम में स्पेशल इन्वाइ र्टी के तौर पर ऑस्ट्रेलिया से आए दिलीप जोशी ने सामने ये कौन आया एवं ग्वालियर से आए डॉ मुकुल तैलंग ने इक ना इक दिन ये कहानी बनेगी सुनाकर उत्कृष्ट गायकी का परिचय दिया। इस ग्रुप का अगला कार्यक्रम ’सप्तक-द म्यूजि़कल ऑक्टेव ग्रुप,जयपुर’ की इकाई सप्तक-द नेक्सट जैन जयपुर की ओर से 19 जनवरी 2019 को रंगायन में होगा जिसमें संस्था द्वारा तैयार किये गये 22 युवा कलाकार गायन वादन एवं नृत्य की प्रस्तुतियां देंगे।

’सप्तक-द म्यूज़ि़कल ऑक्टेव ग्रुप,जयपुर’ के मेंटोर सुरमणि भास्कर गोस्वामी ने बताया की इस ग्रुप का मुख्य उद्देय संगीत की विभिन्न विधाओं (गायन, वादन एवं नृत्य) में रूचि रखने वाली प्रतिभाओं को निखारना एवं उन्हें एकमंच प्रदान करना है। इसी क्रम में ग्रुप की ओर से यह पांचवां कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। ’सप्तक’ के सहनिदेशक राजेश गोस्वामी एवं समन्वयक अभिजीत जोशी के अनुसार सप्तक संस्था संगीत, कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहन देने की दिशा में कार्य कर रही है एवं सभी आयु वर्ग के संगीत प्रेमियों को विभिन्न विधाओं से भी अवगत कराने का कार्य कर रही है।

डॉ रूचि गोस्वामी
9783307200, मीडिया कोडिर्नेटर 
राजेश गोस्वामी 9414218741


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