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”ऐ….जाते हुए लम्हों” फिल्म संगीत संध्या

’’सप्तक-द म्यूजि़कल ऑक्टेव ग्र्रुप’’की संगीतमयी शाम कल 30 दिसम्बर को

”ऐ….जाते हुए लम्हों” फिल्म संगीत संध्या में हिन्दी सिनेमा का सुरीला सफर होगा साकार

वर्ष 2018 को सुरमयी विदाई देंगे कलाकार

’’सप्तक-द म्यूजि़कल ऑक्टेव ग्र्रुप, जयपुर’’ की ओर से कल 30 दिसम्बर, 2018 रविवार को जवाहर कला केन्द्र, जयपुर के ’रंगायन सभागार’ में ”ऐ जाते हुए लम्हों” फिल्म संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा। यह फिल्म संगीत संध्या वर्ष 2018 को सुरमयी विदाई देने एवं साथ ही उन फिल्म जगत की हस्तियों को भी श्रद्धांजली देने के उददेष्य से आयोजित की जा रही हैं, जो वर्ष 2018 में हमें छोड़कर चले गये, लेकिन फिल्म संगीत के क्षे़त्र में नये आयाम स्थापित कर गये। ’’सप्तक-द म्यूजि़कल ऑक्टेव ग्र्रुप, जयपुर’’ की ओर से उन सभी संगीतविदों को नमन।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई आई एस ग्रुप आफ इंस्टीटयूशन्स के फाउंडर एवं निदेषक डॉ अशोक गुप्ता होंगे। कार्यक्रम में विषिष्ट अतिथि के तौर पर पूर्व आई ए एस, कवि एवं लेखक हेमंत शेष एवं आई आई एस डीम्ड टू बी युनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार डॉ राखी गुप्ता होंगे।

इस फिल्म संगीत संध्या में राजस्थान एवं अन्य राज्यों के गायक व गायिकाएं हिन्दी फिल्मजगत के 60वें दषक से लेकर नये जमाने के नगमे सुनाकर हिन्दी सिनेमा के वर्तमान दौर तक के सफर को तय करेंगे। इस सुरीली शाम को भारतीय हिन्दी सिनेमा के साठवे दषक से लेकर आज के दौर तक के बेहतरीन नगमों को सुरों के गुलदस्ते में सजाया जाएगा। ’सप्तक-द म्यूजिकल ऑक्टेव ग्रुप’ के गायक व गायिकाएं इस शाम को सुरमयी बनाने में अपना योगदान देकर हिन्दी सिनेमा के जाने माने पार्ष्वगायकों को अपने ही अंदाज़ में जीवंत करेंगे।

’सप्तक’ की ओर से आयोजित इस संगीत संध्या में सुरमणि भास्कर गोस्वामी के बांसुरी वादन के साथ-साथ प्रदीप भारद्वाज, डॉ मुकुल तैलंग, डॉ उमा विजय, राजेश गोस्वामी, डॉ रूचि गोस्वामी, अभिजीत जोशी, मीनाक्षी कॉल, डॉ अदिति भारद्वाज, सूबेसिंह, अनामिका जैसवाल, दिलिप जोषी, पूर्वा देवर्षि, अनन्या गोस्वामी, प्रांगल चौहान एवं प्रबोध गोस्वामी भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

कार्यक्रम का संचालन अभिजीत जोशी एवं एंकर मुस्कान गोलाश करेंगे।

’सप्तक-द म्यूजि़कल ऑक्टेव ग्रुप,जयपुर’ के मेंटोर सुरमणि भास्कर गोस्वामी ने बताया की इस ग्रुप का मुख्य उद्देय संगीत की विभिन्न विधाओं (गायन, वादन एवं नृत्य) में रूचि रखने वाली प्रतिभाओं को निखारना एवं उन्हें एक मंच प्रदान करना है। इसी क्रम में ग्रुप की ओर से यह पांचवां कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। ’सप्तक’ के सह निदेषक राजेश गोस्वामी एवं समन्वयक अभिजीत जोशी के अनुसार सप्तक संस्था संगीत, कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहन देने की दिषा में कार्य कर रही है एवं सभी आयु वर्ग के संगीत प्रेमियों को विभिन्न विधाओं से भी अवगत कराने का कार्य कर रही है।


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