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डोल मेला 2018

Dole Fair 2018
डोल मेले की गूंज विदेशो तक – श्रीमती भाया
मेले का हुआ विधिवत आगाज, मेला हमारी सांस्कृतिक विरासत – राठौर
विख्यात कवि कुमार विश्वास आयेगें! 17 दिन तक होगें रंगारंग कार्यक्रम – शाक्यवालDole Fair 2018
बारां 20 सितम्बर। डोल मेला एक आयोजन नहीं अपितु हमारी सांस्कृतिक विरासत है। कौमी एकता का प्रतिक है। इस आयोजन की सफलता में बारां के सभी नागरिको का दायित्व बनता है।
यह उद्गार पाश्र्वनाथ चेरेटीबल ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती उर्मिला जैन भाया ने उन्होने डोल मेला रविन्द्र रंगमंच से मेले के उद्घाटन के गरीमामयी समारोह में बोलते हुये कहा कि यह मेला पूरे देश में ही नहीं अपितु विदेशो में भी अपनी पहचान रखता है। जब एक साथ 64 मन्दिरों के विमानों में विराजे देव ‘नगर भम्रण’ को निकलते है तो दृश्य ही अनूठा होता है। साथ ही दर्जनों अखाड़ो का जाबाज शक्ति प्रदर्शन अकल्पिनीय है। उन्होने उद्घाटन अवसर पर भारी संख्या में आई महिलाओं को भी नमन किया।
इससे पहले सर्वप्रथम मेला कन्ट्रोल रूप पर सिद्धि-विनायक श्री गणेश की पूजा-अर्चना की गई और श्रीमती भाया ने फीता काट कर सुविख्यात मेले का आगाज किया व राष्ट्रीयध्वज फहराकर उसे सलामी दी। उद्घाटन रस्म के दौरान मंच से सभापति कमल राठौर ने कहा कि मेला एक कार्यक्रम नहीं, एक पर्व है। पीड़ियों से चलते आ रहे इस मेले को भव्यता प्रदान करने के लिए सदैव ही प्रयास होते रहे है। लेकिन अभी तक कुछ कमिया रह गई है। जिसे वे अपने कार्यकाल में पूरे मनोयोग से पूर्ण करेगें। राठौर ने उपस्थित जनसमुदाय को विश्वास दिलाया कि आगामी मेला पूरा सीसी रोड़ पर भरेगा एवं आर्कषण के केन्द्र डोल मेला तालाब को लबालब पानी से भरे जाने के लिए सार्थक प्रयास होगें। उन्होने डोल मेला तैयारियों के लिए सभी पार्षदगण एवं अधिकारियों द्वारा दिये गये सहयोग पर धन्यवाद ज्ञापित किया।
मेला अध्यक्ष विष्णु शाक्यवाल ने कहा कि इस बार डोल मेले को भव्यता प्रदान करने के लिए सड़के चौड़ी की गई है। दुकानदार भाईयों से मित्रवत व्यवहार किया जा रहा है। साथ ही साथ जनता के भरपूर एवं स्वस्थ मनोरंजन की आर्कषक व्यवस्था की गई है। उन्होने मेलाध्यक्ष की हेसियत से सभी अधिकारियों एवं वार्ड पार्षदों के प्रत्येक्ष व अप्रत्येक्ष सहयोग किये जाने पर धन्यवाद ज्ञापित किया है। इसके बाद समारोह के अध्यक्ष पूर्व चैयरमेन कैलाश शर्मा, विशिष्ठ अतिथि पूर्व सभापति कैलाश पारस आदि ने भी अपने विचार रखे एवं मेले की शानदार सफलता के लिए अपने अनुभव शेयर किये।
उद्घाटन अवसर पर मंच पर सत्यनारायण चैधरी, राजेन्द्र भूमल्या, धर्मचन्द जैन, मन्जू शर्मा, अधिशाषी अधिकारी नरेन्द्र सिंह हाड़ा, हंसराज मीणा, मुस्तफा खान, नन्दलाल राठौर, उघोगपति विष्णु साबू, मनोज नागर, आयुक्त मनोज मीणा, राजस्व अधिकारी अभय कुमार मीणा, सहायक अभियन्ता एवं मेला प्रभारी सुधाकर व्यास, आरआई महावीर मीणा समेत पूर्व मेला अध्यक्ष नवीन सोन, पूर्व पार्षद नरेश गोयल, हेमराज सुमन, मनोज बाठला, शिवशंकर यादव, विजयदीप नागर, राहुल शर्मा, प्रवीण सुमन, सहवरित पार्षद महेश मराठा, कृष्ण गोविन्द प्रजापति समेत कई पार्षद मौजूद थे। सभी ने माल्यापर्ण कर अतिथियों का स्वागत किया।

आयेगें कवि कुमार विश्वास!

डोल मेले को अधिक आर्कषक एवं भव्यता प्रदान करने के लिए इस बार मेले में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में विश्व विख्यात कवि कुमार विश्वास को लाये जाने के प्रयास किये जा रहे है। यह घोषणा मेले के उद्घाटन के अवसर पर मेला प्रभारी सुधाकर व्यास ने की। इस घोषणा के बाद पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया।

दस गुना अधिक होगें विकास कार्य-राठौर

सभापति कमल राठौर ने कहा कि अगले मेले तक पूरा मेला सीसी सड़को पर भरवाया जायेगा। जिससे मेलार्थियों को कीचड़ की समस्यां से निजात मिलेगी। इसके लिए वे कृत संकल्पित है। उन्होने कहा कि अगर इस बार राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो परिषद शहर में 10 गुणा अधिक तीव्रता से विकास कार्य करवायेगी।

रंगारंग होगें कार्यक्रम

मेला अध्यक्ष विष्णु शाक्यवाल ने कहा कि इस बार मेले को आर्कषक बनाने के लिए रंगमंच पर 11 विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम समेत स्थानीय कवि सम्मेलन, मुशायरा, राजस्थानी कवि सम्मेलन, अखिल भारतीय मुशायरा समेत यादगार अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित करवाया जायेगा। उन्होने जनता से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में मेले में पहुंच कर जनता भरपूर मनोरंजन करें।

मेले में आज

मेला अध्यक्ष विष्णु शाक्यवाल के अनुसार 21 सितम्बर 2018 शुक्रवार को मेला रंगमंच पर राजेश एण्ड पार्टी द्वारा भजन संध्या पेश की जायेगी। जिसमें हाड़ौती के ख्यातनाम भजन गायक सुरीली आवाज में भजन प्रस्तुत करेगें।
लक्ष्मण वर्मा 
‘सागर’ मेला 
मीडिया प्रभारी


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