कई दिनों के इंतजार के बाद अखिरकार दशहरा का दिन आया और रावण का दहन हो ही गया। पूरे जयपुर में जगह जगह शाम होते ही रावण दहन हुआ। शहर के प्रमुख दहन स्थलों पर तो देर रात तक रावण जला लेकिन गली मोहल्लों में लोगों ने शाम होते ही रावण का पुतला फूंकना शुरू कर दिया। कुछ इलाकों में भी सूर्य अस्त होते ही रावण जला दिया गया। रावण दहन देखने के लिए मैदानों में अच्छी खासी भीड़ रही। बच्चों में खास उत्साह दिखाई दिया।