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दिल्ली में होगा राजस्थान की कला का प्रदर्शन

जयपुर, 29 अक्टूबर। महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय ट्रस्ट (एमएसएमएस द्वितीय) द्वारा पहल के रूप में राजस्थान की कला और शिल्प के प्रदर्शन के साथ-साथ राजस्थान के पर्यटक स्थलों और हेरीटेज संपत्तियों के प्रोत्साहन के लिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस शो का नाम ‘टे्रजरस् ऑफ राजस्थान’ रखा गया है और यह कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित मिस्र के दूतावास में 5 और 6 नवम्बर को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक आयोजित किया जाएगा। शो से होने वाली आय सिटी पैलेस संग्रहालय की कला और शिल्प के पुनरूद्धार के काम आएगी। यह जानकारी संग्रहालय ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी और सचिव, राजकुमारी दीया कुमारी ने आज सिटी पैलैस में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब संग्रहालय राजस्थान के बाहर किसी शो का आयोजन कर रहा है। इस प्रेस वार्ता में अतिरिक्त निदेशक, पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार श्री एच.वी. भटनागर और प्रदर्शनी की आयोजक श्रीमती गुजंन मुबायी भी उपस्थित थी।
प्रदर्शनी का उद्घाटन पर्यटन मंत्री, राजस्थान सरकार, श्रीमती बीना काक, राजकुमारी दीया कुमारी और मिस्र राजदूत की पत्नी, मदाम मोना अल बाकली द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। इस प्रदर्शनी के दो मुख्य प्रायोजक पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार और इंडसइंड बैंक है। प्रदर्शनी के अन्य समर्थकों में मर्सिडीज बेंज, आम्रपाली ज्वैल्स, द लीला ग्रुप ऑफ होटल्स्, परनोड रिकार्ड और संजीव बालीज् गु्रप ऑफ रेस्टोरेंट है।
इस प्रदर्शनी में राजस्थान के निम्नलिखित उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा: संगमरमर, फर्नीचर, ब्लू पॉटरी, कालीन, कारपेट्स, जेम और ज्वैलरी, टैक्सटाइल, इत्यादि। इसके अतिरिक्त घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए राजस्थान के लक्जरी और रोमांच सेक्टर में ट्रेवल और हॉस्पिटीलिटी के सर्वश्रेष्ठ उत्पाद प्रस्तुत किए जायेंगे।
राजकुमारी ने कहा कि राजस्थान की कला और शिल्प को जयपुर और राज्य के बाहर प्रदर्शन करने की यह एक शुरूआत है। उन्होंने आगे कहा कि इससे देश की राजधानी में कला और शिल्प के उत्पादों और इससे जुड़े कारीगरों को व्यापक रूप में अपनी कला को दिखाने का मौका और नये ग्राहक मिलेगें।
उन्होंने बताया कि जयपुर के शाही परिवार ने हमेशा ही राज्य की कला और शिल्प को संरक्षण दिया है। 18वीं सदी में महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने राज्य के विभिन्न कला और शिल्प के संरक्षण के लिए 36 कारखानों या 36 एटलीयरस (ateliers) की स्थापना की थी। हालांकि, संसाधनों की अपर्याप्तता के कारण ये कारखाने कम होने लग गये थे।
महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय के उत्तराधिकारी, स्वर्गीय ब्रिगेडियर सवाई भवानी सिंह, एमवीसी ऑफ जयपुर ने वर्ष 1997 में कुछ कारखानों को पुनर्जीवित किया। सिटी पैलेस के मुबारक महल प्रांगण में एक स्थान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित मास्टर कारीगरों, उनके शिष्यों और परिवार के सदस्यों के लिए रखा गया। इस प्रकार उनकी शिल्पकला को मंच प्रदान किया गया। इस स्थान को ‘फ्रेंड्स ऑफ द म्युजियम’ नाम दिया गया। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के कारीगरों को जगह प्रदान की गई जिनमें चित्रकला, इनेमेलिंग, ब्लू पोट्ररी, तारकेशी, लाख के उत्पाद जैसे चूडियां, हैण्डमेड पेपर, ज्वैलरी और दूसरे अन्य हस्तशिल्प शामिल है। आगंतुकों को अपने उत्पादों को बेचने के अलावा ये शिल्पकार यहां सिटी पैलेस और संग्रहालय में आने वाले आगंतुकों को अपने कौशल का प्रदर्शन भी करते हैं।
दिल्ली में आयोजित प्रदर्शनी से दो दिन पूर्व 03 नवंबर को नई दिल्ली स्थित होटल द लीला पैलेस में ‘फ्रेंड्स ऑफ द रॉयलस् डिनर’ का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर रघुवेन्द्र राठौड द्वारा फैशन शो एवं राजस्थान रूट्स द्वारा इथनिक संगीत का प्रदर्शन भी किया जायेगा।

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