केन्द्र सरकार की ओर से लागू किए जा रहे क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट्स बिल विरोध में सोमवार को निजी अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर एवं नर्सिंग होम बंद रहे। वहीं सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने बिल का विरोध करते हुए काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। जहां एक ओर मरीज अपनी इलाज के लिए वार्डों में चक्कर लगाते रहे वहीं डाक्टर अपनी मांग को मनवाने के लिए रैली निकाल रहे थे। शहर के सभी अस्पतालों का आलम कुछ ऐसा ही था। हालात है कि निजी अस्पतालों में ओपीडी की सुविधा नहीं मिलने के कारण एसएमएस, जेके लोन, महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट, जनाना अस्पताल चांदपोल में मरीजों का दबाव रहा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से एसएमएस मेडिकल से एबुलेंस के साथ विरोध में स्टेच्यू सर्किल तक रैली निकली, जहां रैली एक सभा में परिवर्तित हो गई। रैली के बाद में राज्यपाल को प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट्स बिल के विरोध में जयपुर शहर के 1600 निजी अस्पताल और 600 जांच सेंटर बंद रहे। वहीं पूरे प्रदेश के पांच हजार से ज्यादा निजी अस्पताल व सेंटर भी एक दिन के बंद में शामिल हैं। जयपुर मेडिकल एसोसिएशन के सचिव ने कहा है कि यह एक्ट लागू करना प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को आत्महत्या करने पर मजबूर करने जैसा होगा, क्योंकि एक्ट लागू होता है, तो कानूनी पेचीदगियों के चलते स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश कम होगा।