मुख्यमंत्री निवास पर जनसुनवाई में आए द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में दो विषयों के चयनितों को नियुक्ति नहीं दिए जाने से आक्रोशित बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने सोमवार सुबह नारेबाजी शुरू कर दी। अचानक नारेबाजी करने से हरकत में आए पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे उलझ गए। कुछ देर चली जद्दोजहद के बाद पुलिस ने उन्हें पीछे हटाया। बाद में सभी आरपीएससी कार्यालय के लिए अजमेर निकल गए। सुबह 200 से अधिक संख्या में ऐसे चयनित यहां मुख्यमंत्री से जनसुनवाई के लिए आए। बाहर निकलने के बाद अभ्यर्थियों राजेंद्र मारवाल, लक्ष्मीनारायण का कहना था कि मुख्यमंत्री ने आरपीएससी पहले से ही उन्हें सही बात नहीं बता रही। अब सीएम अशोक गहलोत के पास आए तो उन्होंने भी कोई तर्कसंगत जवाब नहीं दिया। इस पर परेशान हैं। चयनितों की बात ही नहीं सुनने के कारण ही सीएम हाउस से बाहर निकलने के बाद कई अभ्यर्थियों में आक्रोश आ गया था, जिसके कारण ही वे नारेबाजी पर मजबूर हुए। मुख्यमंत्री निवास से निकल कर ज्यादातर अभ्यर्थी अजमेर स्थित आरपीएससी कार्यालय पर पहुंच गए। यहां पहुंचने के साथ ही उन्होंने पहले से धरने पर बैठे युवाओं का साथ दिया। वे भी धरने पर बैठ गए।