Site icon

थाने में हुई ज्‍यादती, मानवाधिकार में शिकायत

राज्य मानवाधिकार आयोग की जांच में मौलासर थाने में 22 दिन तक अवैध हिरासत में रखने और ज्यादती की शिकार बताई गई पीडि़ता 13 सितंबर की शाम को डीडवाना से कांग्रेस विधायक रूपराम डूडी के साथ सचिवालय आई। पीडि़ता को साथ लेकर रूपराम डूडी ने राज्य मानवाधिकार आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष एचआर कुड़ी से मुलाकात की। इससे पहले कुछ नेताओं की ओर से इस मुद्दे पर सीएम से मिलने के लिए समय मांगे जाने की बात सामने आई है। डूडी ने मानवाधिकार आयोग की जांच रिपोर्ट को झूठा बताया है। वहीं, मानवाधिकार आयोग के जिम्मेदार ओहदे पर बैठे सूत्रों ने कहा कि पहले से टूट चुकी पीडि़ता और उसके परिवार पर भारी दबाव बनाया जा रहा है। ताकि पीडि़ता अपना बयान बदल ले। आयोग के मुताबिक इस महीने 3 सितंबर को आयोग मुख्यालय में आकर खुद पीडि़ता ने थाने में ज्यादती होने के बयान दिए थे। इस दौरान घबराहट में वो दो बार अचेत भी हो गई थी। विधायक रूपराम डूडी ने भास्कर को बताया कि विवाहिता अपने बड़े पिताजी समेत छह लोगों के साथ जयपुर आई थी। विवाहिता समेत इन सारे लोगों के साथ वो गुरुवार शाम राज्य मानवाधिकार आयोग के कार्यालय गए थे। डूडी के मुताबिक उनकी मौजूदगी में लड़की ने एचआर कुड़ी से कहा कि थाने में उसके साथ ज्यादती होने की बात झूठी है। इस बारे में आयोग के समक्ष विवाहिता ने शपथ पत्र भी पेश किया है। डूडी का कहना है कि जल्द ही वो विवाहिता मुख्यमंत्री के समक्ष पेश होकर पूरे मामले से अवगत कराएगी। डूडी का आरोप है कि पांच लाख रुपए के मुआवजा का झांसा देकर आयोग वालों ने लड़की से बयान लेकर कागज पर साइन करवा लिए।


Exit mobile version