हम पानी नहीं, स्लो पॉइजन पी रहे हैं और इसका शिकार केवल आमजन ही नहीं बल्कि सरकार के मुखिया भी होंगे। जी हां, पानी को साफ करने के लिए उसमें बेतरतीब तरीके से क्लोरीन मिलाई जा रही है, जो हमारे लिए घातक है। प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक राव राजेन्द्र ने इस मुद्दे को उठाया। उनका आरोप था कि जयपुर में 38 पंम्पिंग स्टेशन में से 19 में ही पानी शुद्ध करने के लिए इलेक्ट्रो क्लोरिनेशन सिस्टम लगा हुआ है। उसमें भी सिविल लाइंस का सिस्टम खराब पड़ा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मुद्दे को गंभीर माना और जांच कराने की बात कही। उन्होंने सदन में बताया कि जल के मामले में राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने पर केन्द्र ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। जलदाय मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने बताया कि लोगों को शुद्ध पानी मुहैया कराना सरकार का दायित्व है जिसे निभाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।