दूसरे दिन भी मरीज परेशान होते रहे और खुद को भगवान मानने वाले रेजीडेंट डॉक्टर्स हाथ पर हाथ धरे बिलखते मरीजों को देखते रहे। सामूहिक अवकाश का यह दूसरा दिन था। शुक्रवार को भी प्रदेशभर के रेजिडेंट डॉक्टर अवकाश पर रहे। इसमें एसएमएस हॉस्पिटल और उससे संबंधित हॉस्पिटलों में हड़ताल का असर साफ दिखाई दिया। इससे पहले गुरुवार को भी प्रदेशभर के रेजिडेंट डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर रहे। इस बीच सरकार और रेजिडेंट्स के बीच वार्ता भी हुई, लेकिन बात बनी नहीं। रेजिडेंट स्टाइपेंड और परीक्षा पैटर्न में बदलाव की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।