पृथ्वीराज नगर का नियमन इतना आसान नहीं। सोसायटियां अपने रिकॉर्ड ही जमा नहीं कर रही। ऐसे में जेडीए किस तरह से नियमन कर पाएगा, कहना मुश्किल है। पृथ्वीराज नगर के रेग्यूलाइजेशन के लिए जेडीए इस महीने से कैम्प तो लगाएगा, लेकिन पट्टे गिनी चुनी योजनाओं के ही जारी हो पाएंगे। इलाके की आधी से ज्यादा गृह निर्माण सोसायटियों ने रिकॉर्ड जमा नहीं कराए। ऐसे में केवल उन्हीं योजनाओं के भूखण्डधारियों को जेडीए का आबंंटन पत्र मिल सकेगा जिनका रिकॉर्ड जमा हुआ है। जेडीए ने सोसायटियों को अंतिम मौका देते हुए नौ अगस्त तक का समय दिया है। जो रिकॉर्ड जमा हो चुके हैं, उनका अनुमोदन अगले सप्ताह होने वाली बिल्डिंग प्लान कमेटी की बैठक में किया जाएगा।