मंगलवार को इनकम टेक्स ने दो व्यापारियों के यहां छापे की कार्रवाई की थी। कार्रवाई पूरी होने पर बुधवार को आईटी डिपार्टमेंट ने आंकडे जारी किए। चिटफंड व्यवसाय से जुड़े ग्रुप पर आयकर छापे में सात करोड़ 35 लाख रुपए की नकदी मिली है। ये नकदी घर और व्यापारिक ठिकानों से जब्त की गई है। इसी ग्रुप के यहां से एक करोड़ 80 लाख रुपए के आभूषण जब्त किए गए है। आयकर महानिदेशक एस.एम निगम ने बताया कि चिटफंड व्यवसायी ने 12 करोड़ रुपए की अघोषित आय सरेंडर कर दी है। इस ग्रुप के यहां मिले लेन-देन के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। ग्रुप के दो लॉकर ऑपरेट होना शेष है। इस कार्रवाई में जब्त नकदी को पिछले एक दशक का प्रदेश का सबसे बड़ा कैश सीजर माना है। यह चिटफंड व्यवसायी लोअर मिडिल क्लास को कर्ज देने के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। 100 दिन, 200 दिन के कर्ज देकर मोटा ब्याज वसूल रहा था।
उधर टेक्सटाइल व्यवसायी के घर और व्यापारिक प्रतिष्ठानों से 25 लाख रुपए की नकदी व जेवरात जब्त किए गए है। इस ग्रुप ने 9 करोड़ 40 लाख रुपए की अघोषित आय सरेंडर कर दी है। आयकर विभाग ने मंगलवार को चिटफंड व्यवसायी और टैक्सटाइल व्यवसायी के 21 ठिकानों पर कार्रवाई की थी। चिटफंड व्यवसायी के वैशाली नगर और शास्त्री नगर में आवास है। टेक्सटाइल व्यवसाय से जुड़े ग्रुप का घर दुर्गापुरा में है। प्रॉपटी व्यवसाय के अलावा एक न्यूज चैनल में भी निवेश है। इसके अलावा सरावगी मेंशन और गणपति प्लाजा आदि जगहों पर दुकानें है।
Add Comment