मेडिकल में निजीकरण हो- चन्द्रभान
वैसे तो प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान मुख्यमंत्री की गुड बुक में हैं। सीएम की दिल्ली दौड़भाग का ही नतीजा है कि सीपी जोशी की विदाई हुई और चन्द्रभान पीसीसी के सरताज बने। लेकिन दोनों ही नेताओं के विचार आपस में नहीं मिलते। इसका उदाहरण बीता एक साल है। ढेरों ऐसे बयान आए जब मुख्यमंत्री जो कहते हैं, चंन्द्रभान उससे उलट ही सोच बयां करते हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही प्राइवेट अस्पतालों और डॉक्टर्स पर नाराजगी जताते हों, लेकिन कम से कम डॉ. चन्द्रभान तो मेडिकल सेक्टर में निजीकरण को जरूरी मानते हैं। पीसीसी चीफ के अनुसार शिक्षा और चिकित्सा में निजी क्षेत्र की भागीदारी के बिना प्रदेश में इन सेवाओं का विस्तार करना नामुमकिन है। उनके अनुसार राजस्थान में सरकारी अस्पतालों के दम पर स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित जरुरतों को पूरा करना असंभव है। ऐसे में पीपीसी मॉडल पर मेडिकल सेवाओं का विस्तार करना चाहिए।
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