जयपुर यात्रा- पूर्व योजना
पर्यटन जीवन में नए विचारों और बौद्धिक उन्नति के लिए आवश्यक है। जयपुर दुनिया के महानतम पर्यटन स्थलों में से एक है। यात्रा के दौरान होने वाली परेशानियों से बचने और सुविधायुक्त पर्यटन के लिए पूर्व योजना करना जरूरी है। इससे आप पर्यटन का भरपूर आनंद उठा सकते हैं। जयपुर भ्रमण से पूर्व आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए
पर्याप्त पूंजी
यदि आप एक शहर का भ्रमण कर रहे हैं तो अपनी जेब में अच्छी खासी रकम या अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ट का होना जरूरी है। पर्यटन से पूर्व आप खर्चों का सही आंकलन नहीं लगा पाएंगे। पर्यटन के दौरान कई बार अचानक कुछ ऐसा खरीदने की जरूरत पड़ जाती है जो आपकी पूर्व योजना में नहीं था। ऐसी जगह आपका पैसा ही आपके काम आएगा। यूं भी जयपुर एक विश्वविख्यात शॉपिंग हब है। यहां की कलात्मक वस्तुएं, शिल्प, वस्त्र, आभूषण आदि बिना खरीदे आप रह नहीं पाएंगे। इसलिए पर्याप्त पूंजी भ्रमण के दौरान आपको आनंदित रखने के लिए जरूरी है।
पूर्व जानकारी एकत्र करें
जयपुर आने से पूर्व जयपुर के बारे में महत्वपूर्ण एवं आधारभूत जानकारियां एकत्र करें। मानचित्र का ठीक से अध्ययन करें। जहां आप ठहरना चाहते हैं, जहां घूमना चाहते हैं उन स्थलों का चयन करके उनके बारे में कुछ जानकारियां जुटाएं। खास तौर से जयपुर और राजस्थान की लोकसंस्कृति के बारे में पढ़ें, यहां की कला और कलाकारों की जानकारियां लें और अपनी यात्रा की तैयारी करें। एक आधारभूत अध्ययन के बाद जब और यहां पर्यटन करेंगे तो अधिक सहज और आनंदित महसूस करेंगे।
जयपुर संस्कृतियों के संगम का शहर है। जयपुर ने अपनी परंपराओं को जीवित रखते हुए नई संस्कृतियों का अपनाया है। जयपुर की यात्रा से पूर्व आप इसकी सांस्कृतिक पहचान और विरासतों के बारे में अध्ययन करें ताकि आप यहां आकर बिल्कुल अंजान न रहें और संस्कृति का आनंद ले सकें। जयपुर की सांस्कृतिक विरासत इतनी सम्पन्न है कि आप भी यहां आकर इसमें रम जाएंगे।
किसी स्थान की यात्रा करन से पूर्व वहां के लोगों की मान्यताओं, परंपराओं और मूल्यों को समझना आवश्यक है, इन मूल्यों के साथ तालमेल कर आप बेहतर भ्रमण का आनंद ले सकते हैं। पर्यटन के दौरान आप स्थानीय लोगों के साथ अच्छा तालमेल कर पाते हैं तो आप पर्यटन का असली आनंद ले सकते हैं। जयपुर के लोग मददगार और मिलनसार हैं।
बेहतर पर्यटन के लिए स्थानीय संचार का ज्ञान होना जरूरी है। स्थानीय लोगों से आपसी मेलजोल और संवाद पर्यटन का आनंद दुगना कर देता है। जब आप जयपुर के भ्रमण की योजना बनाएं तो कुछ रटे रटाए स्थानीय संवाद यहां के लोगों में आपके प्रति प्रेम और जिज्ञासा भर देंगे।
जयपुर की शिल्प, हस्तकला, कारीगरी, आभूषण और अन्य वस्त्र आदि आपका मन मोह लेंगे। ये सभी उत्पाद ऐसे हैं जो आपको खरीददारी के लिए मजबूर कर देंगे। इसलिए आपको पहले ही तय कर लेना होगा कि आपका बजट कितना है और आप किन चीजों को खरीदने की प्राथमिकता देंगे।
जयपुर के भ्रमण के लिए आ रहे हैं तो पर्यटन सीजन की जानकारी जरूर लें। आपको यह अक्टूबर से मार्च तक जयपुर में पर्यटन का सीजन चरम पर होता है। ऐसे में बिना पूर्व तैयारी आना से आपको कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है। चरम सीजन में आपको मनचाहा होटेल या तो नहीं मिलेगा या फिर कीमतें मुंहमांगी देनी पड़ सकती है।
जयपुर भ्रमण पर आने से पूर्व आप खास मौकों का इंतजार किया जा सकता है। जयपुर में पर्यटन विभाग की ओर से विदेशी सैलानियों के त्योंहारों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जनवरी में पतंगोत्सव और लिटरेचर फेस्टीवल, मार्च में होली ओर हाथी उत्सव तथा मार्च अप्रैल में कई रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। पूर्व जानकारी के अनुरूप कार्यक्रम तय करके आप इन कार्यक्रमों का हिस्सा हो सकते हैं।
नए स्थान पर भ्रमण करने के लिए आपको उस स्थान के लोगों से दोस्ती के लिए तैयार रहना चाहिए साथ ही उस स्थान के इतिहास और विरासतों का सम्मान करना भी आपके जेहन में होना चाहिए। अपने साथ आप यात्रा वृत्तांत लिखने के लिए डायरी और एक कैमरा रखें, जयपुर की खूबसूरती अनंत है। जयपुर की विरासतों के बारे में जानकारी लें और अपना कार्यक्रम स्वयं तय करें।
पर्यटन को सुविधाजनक और सुखद बनाने के लिए बेहतर ट्रैवल ऐजेंसिंयों से ही संकर्प करें। उनसे भी विषयों पर चर्चा करें और खर्च का विवरण पहले ही ले लें। जयपुर आकर अनधिकृत गाईडों और लपकों से बचें और उनकी हौसला अफजाई न करें। जयपुर में पर्यटन की बेहतर से बेहतर सुविधाएं और वातावरण मौजूद है। सही लोगों का चयन कर आप बेहतर भ्रमण के साथ साथ एकत्र करने योग्य यादें जुटाएंगे।
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