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जलमहल

Jal Mahal

जलमहल

Jal Mahalकहां-जयपुर शहर से लगभग 8 किमी उत्तर में आमेर रोड पर जलमहल स्थित है। मानसागर झील के बीच स्थित इस महल की खूबसूरती बेमिसाल है।

कब क्यों कैसे- इसका निर्माण आमेर में लगातार पानी की कमी के चलते कराया गया था। जलाशय के साथ साथ सौन्दर्य को बढावा देने के लिए पानी के बीच खूबसूरत महल बनाया गया। जयपुर के राजा महाराजा यहां अवकाश मनाने और गोपनीय मंत्रणाएं करने के लिए आते थे। वर्तमान में यह पर्यटन का प्रमुख केंद्र है।

कैसे पहुंचें-जलमहल तक पहुंचने के लिए शहर से सिटी बसों की उपलब्ध है। इसके अलावा निजी वाहन या टैक्सी से भी यहां पहुंचा जा सकता है। जलमहल के अंदर पहुंचने के लिए नौकाओं की व्यवस्था है।

क्या देखें-जलमहल को आमतौर पर इसकी पाल से देखा जाता है। लेकिन महल तक नौकाओं के द्वारा पहुंचा भी जा सकता है। यहां दो मंजिला इमारत, खूबसूरत गलियारे, टैरेस गार्डन आदि देखने योग्य जगहें हैं।

उपलब्ध-जलमहल तक पहुंचने के लिए नौकाएं जलमहल पाल पर उपलब्ध होती हैं। महल के भीतर संग्रहालय और कैफेटेरिया भी है।

आस-पास-आमेर महल के आस पास कनक बाग, कनक वृंदावन व गोविंदजी का प्राचीन मंदिर है। इसके महल के पीछे खूबसूरत बांध भी है। यहां मानसागर झील के चारों ओर चौपाटी और गार्डन विकसित किया गया है। जहां हर शाम मेले का माहौल रहता है। बारिश के मौसम में यहां घूमने का विशेष आनंद लिया जा सकता है।

टिकट-जलमहल पहुंचने के लिए सशुल्क नौका एवं प्रवेश के लिए टिकट की व्यवस्था है। जबकि पाल पर निशुल्क भ्रमण किया जा सकता है और फोटोशूट का भी आनंद लिया जा सकता है।

समय-यहां सुबह 8 से शाम 7 बजे तक घूमने का आनंद लिया जा सकता है। जबकि पाल पर सुबह जल्दी और देर शाम तक लोग चहलकदमी का लुत्फ लेते हैं। सर्दी के मौसम में जलमहल की पाल पर घूमने का मजा ही अलग है।


For English : Jal Mahal

The astonishing Jal Mahal

Jal Mahal is a palace located middle of the Man Sagar Lake in Jaipur city in Rajasthan in India

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  • मानसागर लीज प्रकरण में कोर्ट सख्त
    जयपुर की अधीनस्थ अदालत ने मानसागर झील लीज धोखाधड़ी प्रकरण में राजस्थान पर्यटन विकास निगम के तत्कालीन चेयरमैन विनोद जुत्शी, तत्कालीन प्रबंध निदेशक राकेश सैनी व तत्कालीन कार्यकारी निदेशक हृदेश कुमार शर्मा के लिए जारी गिरफ्तार वारंट की अवधि 25 मई तक बढा दी है। कोर्ट ने पुलिस की खिंचाई करते हुए कहा है कि गिरफ्तार नहीं कर पाए तो समय ही क्यों लिया। अब पेश नहीं किया तो दंड प्रक्रिया संहिता के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट ने इसी मामले में उद्योगपति नवरतन कोठारी को पेश करने में कोताही को लेकर ब्रह्मपुरी थानाधिकारी अशोक चौहान के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पुलिस महानिदेशक से 6 मई तक रिर्पोट मांगी है। कोठारी की हाजिरी माफी की अर्जी को भी कोर्ट ने मंजूर कर लिया। जयपुर के अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट एस पी भट्ट ने शुक्रवार को यह आदेश दिया। अनुसंधान अधिकारी मदन गोपाल मेघवाल ने कोर्ट में हाजिर होकर कहा कि तीनों अधिकारी नहीं मिल रहे हैं। ई-मेल के आधार पर भी तलाशा गया लेकिन वे नहीं मिले। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया कि अदालती आदेश के बावजूद नवरतन कोठारी को अस्पताल में ही रखने के मामले में एसएमएस अस्पताल अधीक्षक के बारे में कार्रवाई की रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। अब सरकार कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगी। मामले में परिवादी भगवत गौड की ओर से कहा गया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए तीनों अभियुक्तों की संपत्ति का ब्यौरा मांगा जाए और कुर्की की कार्रवाई की जाए।

  • जलमहल के पास बनेगी सरकारी धर्मशाला
    जयपुर में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें जयपुर आने पर महंगे होटलों में ठहरने की मजबूरी से दो चार नहीं होना पडेगा। इसके बजाए उन्हें सस्ती धर्मशाला मिलेगी जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं भी होंगी। योजना के तहत करीब एक करोड रूपए की लागत से जलमहल के सामने बलदेव मंदिर परिसर में खाली पडी जमीन पर धर्मशाला बनाई जाएगी। यहां से जलमहल के खूबसूरत नजारे का आनंद भी लिया जा सकेगा। संभवत: यह धर्मशाला इसी साल बनकर तैयार भी हो जाएगी। देवस्थान विभाग की ओर से तैयार होने वाली यह पहली धर्मशाला होगी। धर्मशाला में 25 कमरे होंगे। हालांकि धर्मशाला में ठहरने की व्यवस्था सभी के लिए होगी लेकिन जयपुर आए तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

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