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डिग्गी पैलेस, जयपुर

डिग्गी पैलेस, जयपुर ( Diggi Palace ):

जयपुर के होटल राजस्थान की शाही परंपरओं और विरासत का सही निर्वाह करते हैं। हर ऐतिहासिक होटल के साथ एक इतिहास जुड़ा है और यहां ठहरने वाले पर्यटक मेहमान उसे बखूबी महसूस भी करते हैं। वर्तमान में डिग्गी पैलेस होटल ’जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल’ जैसे बड़े समारोह की मेजबानी करने के कारण चर्चाओं में है। सीमित बजट में विशेष सुविधाएं और सुकून देने के कारण होटल डिग्गी पैलेस एक अच्छी छवि और पूरा सम्मान रखता  है। जयपुर शहर के अजमेरी गेट के पास टोंक रोड पर स्थित यह होटल इसलिए भी खास है क्योंकि इस होटल से पैदल ही आसानी से पिंकसिटी पहुंचा जा सकता है। खूबसूरत इंटीरियर और जयपुर का परंपरागत स्थापत्य इस छोटी जगह को गागर में सागर की तरह पेश करता है। ऊंचे-नीचे स्तरों पर उद्यानों से घिरा यह होटल मेहमानों को बहुत ही शांत वातावरण उपलब्ध कराता है।

यह होटल दरअसल एक हवेली था जिसका निर्माण 1860 में कराया गया था। बाद में इसे होटल के रूप में परिवर्तित कर दिया गया। आमेर होटल के नाम से भी अपनी पहचान रखने वाले इस होटल की पुराने शहर से दूरी मात्र तीन किलोमीटर है। होटल की खास बात यह है कि इसमें किसी भी तरह की अनावश्यक कृत्रिमता का ताना बाना नहीं रचा गया है। हवेली को उसके मूल रूप में रखकर सजाया गया है और खूबसूरत दिखाने की चाह में बेवजह तोड़फोड नहीं की गई है। यहां आकर आप मौलिक जयपुर को बेहद अच्छे तरीके से जान और समझ पाएंगे। डिग्गी पैलेस होटल में अतिथियों का ठेठ राजस्थानी रीति रिवाजों से स्वागत किया जाता है और उसी ढंग से रहवास के दौरान व्यवहार किया जाता है, जो कि बहुत आनंददायक है। यहां के भोजन में भी देसी स्वाद और मनुहार का तड़का महसूस किया जा सकता है।

बारादरी महल रेस्टोरेंट :

डिग्गी पैलेस होटल के अहाते में एक खूबसूरत रेस्टोरेंट भी है जिसका नाम है-’बारादरी महल।’ यहां मेहमानों को विविध प्रकार के लजीज व्यंजन उनकी पसंद के अनुसार परोसे जाते हैं। यहां परिवार के साथ राजस्थान के लजीज व्यंजनों की ’थाली’ का लुत्फ लिया जा सकता है। यहां पकाने के लिए सब्जियां होटल के ही ऑर्गेनिक फार्म में तैयार की जाती हैं। यहां तक कि डेयरी उत्पाद भी डिग्गी परिवार के द्वारा ही तैयार किया हुआ इस्तेमाल किया जाता है।

डिग्गी पैलेस ( Diggi Palace ) के मुख्याकर्षण :

डिग्गी पैलेस में प्रतिवर्ष जनवरी माह में साहित्य का महाकुंभ भरता है जिसे ’जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल’ के रूप में पूरे विश्व में पहचान मिल चुकी है। इस उत्सव में दुनियाभर के लेखर और मशहूर हस्तियां शामिल होती हैं। इसके अलावा भी कई सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकगीत और लोकनृत्य से सजे कार्यक्रम और महफिलें यहां आयोजित की जाती रही हैं।

यहां का उम्दा स्टाफ खास तौर से मेहमाननवाजी के लिए प्रशिक्षित किया गया है। हर सेवक और कर्मचारी को यह सिखाया गया है कि मेहमानों की किस प्रकार खातिर की जाती है। यहां आकर प्राय: मेहमान अपने दुख दर्द और परेशानियां भूल जाते हैं और असीम शांति अनुभव करते हैं। होटल का स्टाफ राजस्थानी संस्कारों से आगंतुकों की सेवा करता है। इसमें दोनो प्रकार शामिल हैं। परंपरागत शैली भी और आधुनिक शैली भी।

यहां का स्थापत्य और शिल्प राजस्थान के गौरवमयी विरासत की झलक पेश करता है, यह राजस्थान और जयपुर की वही छवि आगंतुकों के सामने पेश करता है जो दूर दराज से आने वाले पर्यटक अपने अपने दिल में लेकर आते हैं और सच में महसूस करना चाहते हैं।

जैसा कि हम जानते हैं कि राजस्थान उत्सवों का राज्य है और उत्सव ही किसी राज्य की सजीव संस्कृति का प्रतिबिंब होते हैं। इसलिए डिग्गी पैलेस प्रशासन यह कोशिश करता है कि वह मेहमानों के साथ राजस्थान के सभी त्योंहारों होली, दीवाली, लोहड़ी, संकरात, तीज और गणगौर आदि का आनंद ले और मेहमानों को उसे महसूस करने का पूरा अवसर दे। यहां का प्रबंधन, कर्मचारी और स्टाफ सभी मेहमानों के साथ त्योंहार मनाते हैं और उनके साथ एक रिश्ता कायम कर लेते हैं जो लौटने के बरसों बाद भी नहीं टूटता।

सच, डिग्गी पैलेस जैसे होटल सच्चे अर्थों में राजस्थान की संस्कृति को गौरवान्वित कर रहे हैं। अपने साफ सुथरे और सादगी भरे माहौल के साथ साथ इस होटल की असली खूबी है राजस्थान की आंतरिक और बाहरी सुंदरता को एक साथ प्रदर्शित करने की क्षमता।

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