-जयपुर स्थापना समारोह
-सांस्कृतिक मेले के उद्घाटन किया महापौर ने
जयपुर स्थापना दिवस समारोह सेलिब्रेशन के तीसरे दिन 20 नवम्बर मंगलवार को जलमहल की पाल पर दिनभर रौनक रही। जयपुर नगर निगम, राजस्थान फोरम और त्रिमूर्ति संस्था की ओर से आयोजित स्थापना समारोह में यहां जलमहल पर ’सांस्कृतिक मेले’ का आयोजन किया गया। जिसमें राजस्थान और जयपुर की संस्कृति विविध रंगों में पेश हुई। यहां मेले के तहत पतंग दंगल, लोक-गीत गायन, कठपुतली, नट खेल, जादूगरी, ढोल-ताशा और द लास्ट ट्राएंगल बैंड की प्रस्तुतियों ने आगंतुकों का मन मोह लिया।
ताशों से हुआ महापौर का स्वागत
दोपहर दो बजे के करीब जयपुर मेयर ज्योति खण्डेलवाल कार्यक्रम में पहुंची। आयोजन समिति के सदस्यों ने महापौर का माल्यार्पण कर स्वागत किया। पाल पर प्रवेश करते ही मोहल्ला पन्नीगरान की ताशा पार्टी ने धीमा, धूमर, रूपक और छह मात्रा की उत्साहपूर्ण नाद धुनें पेश कर महापौर का जोरदार स्वागत किया। पार्टी के उस्ताद रशीद और उनके साथियों सलीफम अजीदुस्त, अलबेली, शरीफ और हमीद भाई ने अपनी धुनों के जबरदस्त प्रवाह से हवामहल रोड के ट्रैफिक को कुछ देर के लिए थाम सा दिया। महापौर और उपमहापौर ने दल की मुक्तकंठ से प्रसंशा की।
बाबूभाई का पतंग-दंगल
इसके बाद महापौर ने पतंग-दंगल का मुआयना किया। हवा कम होने से जयपुर के नामचीन पतंगसाज बाबूभाई को पतंग-समूह उड़ाने में दिक्कत पेश आई, लेकिन महापौर ने बाबूभाई की खूब सराहना करते हुए जयपुर की पतंगबाजी को दुनियाभर में पेश करने के लिए धन्यवाद दिया और स्वयं भी छोटी पतंग उड़ाकर दंगल का प्रोत्साहन किया। उन्होंने वहां मौजूद पतंगबाजों को पुष्प भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया।
इसके बाद महापौर ने बाबूभाई के पतंग-कलेक्शन का भी मुआयना किया और उनकी पतंगों पर लिखे और चित्रित संदेशों का अवलोकन किया। बाबूभाई के संग्रह में कौमी एकता दर्शाती बहुत सी पतंगें थीं, जिन्हें देखकर महापौर ने खुशी जाहिर की। बाबूभाई ने पतंगों पर लिखे और उकेरे संदेशों के बारे में भी महापौर को अवगत कराया।
’टाबर’ ने की रोड सेफ्टी की अपील
इसके बाद महापौर ने टाबर सोसायटी की ओर से ’रोड सेफ्टी’ का संदेश देते कठपुतली खेल का अवलोकन किया। संस्था के बच्चों सचिन, जुनैद, इमरान और पवन ने हैंड पपेट का खेल दिखाकर हेलमेट जरूर पहनने का संदेश दिया। महापौर ने सभी बच्चों को पास बुलाकर उनका उत्साहवर्धन किया और संस्था के रमेशचंद शर्मा, सीमा गोयल और भावना कश्यप से संस्था के कार्यों की जानकारी ली। टाबर संस्था घर से भागे या अलग हुए बच्चों को वापस घर पहुंचाने और उन्हें सही लालन-पालन देते हुए किशोरवय तक अपने पास रखकर पढाने का कार्य करती है। सोलह की उम्र के बाद बच्चों को किशोर बच्चों के लिए बने एनजीओ को सौंप दिया जाता है।
रस्सी पर नट-विद्या
टाबर संस्था के बच्चों का उत्साहवर्धन कर महापौर ने भरतपुर की रूपबास तहसील के छोटे से गांव दौलतगढ़ के नट पप्पू बजानिया और उनके साथियों का हैरतअंगेज करने वाला प्रदर्शन देखा। रस्सी पर चलने के करतब देखते हुए कई बार महापौर ने तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। नट पार्टी की ओर से ही पूरे कार्यक्रम में लांगमैन ने घूम-घूम कर शहर को स्वच्छ रखने का संदेश भी दिया। करतबबाजों ने रस्सी पर उल्टे पांव चलकर, साईकिल रिम से चलकर और परात पर घुटनों के बल बैठकर अनेक करतब दिखाए। पप्पू सात-आठ साल से आरटीडीसी के लोक कार्यक्रमों में प्रस्तुति देते आए हैं।
मैजिक शो
इसके बाद महापौर ने कासिम भाई का मैजिक शो भी देखा। कासिम भाई ने अपनी नन्ही नाती राशिदा के साथ हाथ की सफाई के कई अजूबे दिखाए। जिन्हें महापौर ने ध्यान से देखा और उनकी हाथ की सफाई की तारीफ की।
चित्र प्रदर्शनी
जलमहल की पाल पर रविवार को अल्बर्ट हॉल पर ललित कला अकादमी की तरफ से हुई पेंटिंग प्रतियोगिता में बनी पेंटिंग्स को भी प्रदर्शित किया गया था। महापौर ने सभी पेंटिंग्स का अभी अवलोकन किया और मुख्य मंच के सामने बढ़ी।
भपंग गायन और बैंड की प्रस्तुति
इसी दौरान वहां उपमहापौर मनीष पारीक भी समारोह में शामिल हुए। आयोजकों ने उपमहापौर का भी स्वागत किया। मंच पर इंडिया गोट टैलेंट फेम भपंग ग्रुप के जुम्मे खां और उनके साथियों ने मेवाती लोक-गीत से समां बांध दिया। उन्होंने भपंग के तानों का भी खूब मुजाहिरा किया जिसे बाद में मंच से उतरने के बाद भी महापौर के समक्ष पेश किया गया।
जुम्मे खां के साथ गायन में मुकेश ने साथ दिया। इसके अलावा हारमोनियम पर धर्मचंद, ढोलक पर दयाराम, चिमटे पर विश्राम ने साजबंदी की। अलवर की राजगढ तहसील के गांव पिनाण के बाशिंदे जुम्मे खां ने जयपुर की स्थापना, संस्कृति और भाईचारे को अपने गायन में पेश कर कार्यक्रम को रौनक दे दी। उनके बाद मंच पर युवा बैंड ने अपनी अंग्रेजी धुन से सभी का ध्यान खींचा।
द लास्ट ट्राएंगल
भपंग ग्रुप के बाद मंच पर ’द लास्ट ट्राएंगज’ बैंड ने अंग्रेजी गीत की पेशकश कर वहां मौजूद मेहमानों, मेजबानों और आगंतुकों का मन मोह लिया। यह तीन किशोर छात्रों का बैंड है जिसमें बप्पादित्य, गौरव वली और स्वप्निल चौधरी तकनीक का प्रयोग कर धुनों की रचनाएं करते हैं और मंच पर पेश करते हैं। तीनों एसएमएस स्कूल के कक्षा 11 के छात्र हैं और मंगलवार को जलमहल की पाल पर हुई इनकी प्रस्तुति इनके लिए इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि स्कूल के अलावा किसी भी सार्वजनिक मंच पर इन तीनों का यह पहला प्रोग्राम है। इस अवसर पर बप्पादित्य ने कहा कि ’यूं तो यह तीन जनों का बैंड है, लेकिन इसमें एक चौथा साथी भी है, और वह है-तकनीक।’ महापौर और उपमहापौर ने बैंड के स्वर और उत्साह की खुलकर तारीफ की।
कार्यक्रम के बाद महापौर और उपमहापौर ने सभी को जयपुर स्थापना दिवस की बधाईयां दी। ताशों और ड्रम के खूबसूरत वादन के साथ महापौर ज्योति खंडेलवाल और उपमहापौर मनीष पारीक को विदाई दी गई। जलमहल की पाल पर शाम तक सांस्कृतिक मेले में स्थानीय लोगों और पर्यटकों की आवाजाही रही।