श्रीगंगानगर के व्यवसायी बी.डी अग्रवाल ने कहा कि सरकार मेडिकल कॉलेज खोलने की सहमति दे तो वे मुख्यमंत्री के नाम 100 करोड़ का चेक देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर कॉलेज बनाने में 100 करोड़ से भी ज्यादा का खर्च आता है तो भी वे अतिरिक्त राशि देने को तैयार हैं। हालांकि अग्रवाल ने कहा कि चेक की यह राशि तभी रिलीज होगी जब सरकार मेडिकल कॉलेज के लिए एनओसी जारी करे। साथ ही इस राशि के खर्च और कॉलेज के निर्माण पर नजर रखने के लिए मॉनिटरिंग कमेटी बनाने के लिए सरकार दानदाता के साथ एमओयू साइन करें। अगर राज्य सरकार श्रीगंगानगर में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए 31 अगस्त 2013 तक आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर लेगी तो 2015 में वहां मेडिकल कॉलेज खुल सकेगा। विशेषज्ञ श्रीगंगानगर में कॉलेज खोलने को बेहतर और कम खर्चीला विकल्प बता रहे हैं। जोधपुर एम्स ही 800 करोड़ का प्रोजेक्ट है, ऐसे में गंगानगर में पहले से बने हुए सरकारी अस्पताल को काम में लेते हुए यह मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा तो खर्चा कम ही आना है। बीकानेर मेडिकल कॉलेज नजदीक होने से फैकल्टी भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. दिगंबर सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने राजस्थान में श्रीगंगानगर, भरतपुर सहित प्रदेश में 8 मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए सरकारी जिला अस्पताल से अटैच्ड करने की छूट दे रखी है। श्रीगंगानगर में मेडिकल कॉलेज खोले जाने पर डेढ़ सौ से लेकर 500 करोड़ तक का खर्चा आना बताया जा रहा है।