जयपुर, 17 अक्टूबर। राजस्थान की वन एवं पर्यावरण मंत्री बीना काक ने एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) के दिशा निर्देशों के अनुसार बाघों के लिए आरक्षित क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों की बहाली के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इससे रणथंभौर, सरिस्का और अन्य टाइगर रिजर्व अभयारण्यों में बाघ पर्यटन को फिर से बढ़ावा मिलेगा। होटल व्यवसायी और टूर अॉपरेटरों ने भी सुप्रीम कोर्ट के पर्यटन गतिविधियों की बहाली के लिए ग्रीन सिग्नल मिलने पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने राज्य के वन विभाग को भी इस मसले को निपटाने के लिए स्रिकय भागीदारी एवं जल्द निष्कर्ष के लिए कार्यवाही करने पर सहयोग देने पर आभार व्यक्त किया। उल्लेखनिय है कि सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय 24 जुलाई को पारित किए गए निर्णय के संशोधन के क्रम में था जिसमें सभी टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में पर्यटन से संबंधित गतिविधियों को रोका गया था।