राजस्थान की राजधानी जयपुर में प्रतिवर्ष ’जयपुर साहित्य समारोह’ का आयोजन किया जाता है। जयपुर के डिग्गी पैलेस होटल में होने वाले इस विशिष्ट समारोह में देश-दुनिया के ख्यातनाम लेखक, आलोचक, साहित्यकार, पत्रकार और बुद्धिजीवी लोग शामिल होते हैं। त्योंहारों की नगरी जयपुर में अब लिटरेचर फेस्टीवल भी प्रमुख त्योंहार के रूप में अंगीकार कर लिया गया है। जयपुर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय समारोहों में यह सबसे प्रमुख कार्यक्रम बन चुका है और तेजी से इसमें आगंतुकों और साहित्यप्रेमियों की भागीदारी बढ़ी है। साहित्य समाज का आईना है और पर्यटन समाज विशेष को नजदीक से देखने जानने की इच्छा। इसलिए जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल में शामिल होकर पर्यटन के साथ कला की बौद्धिक सैर का लुत्फ लिया जा सकता है।
लिटरेचर फेस्टीवल में भाग लेने के 10 प्रमुख कारण-
1 विशेषज्ञों की सोच साझा करें- जयपुर लिटरेचर फेस्ट में दुनिया भर के साहित्य विशेषज्ञ आपनी सोच को पाठकों और प्रसंशकों से साझा करते हैं। उनके निजी अनुभव, उनके साहित्य की प्रेरणाएं, उनका साहित्य और सहित्य में छुपे भाव आदि के बारे में विचार साझा किए जा सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि लगभग चार दिवसीय इस समारोह में कार्यक्रमों की एक श्रंख्ला होती है और राजस्थानी ठाठ बाट देखने लायक होता है।
2 विशेषज्ञों की बैठक- फेस्टीवल में साहित्यकारों की खास कृतियों पर चर्चा होती है और साहित्यकार स्वयं आपने पाठकों और साहित्यरसिकों के साथ बैठकर चर्चा करते हैं। विशेष शामियानों में भव्य बैठक की भव्य व्यवस्था की जाती है। इस तरह अपने साहित्यकारों के साथ उनके रूबरू बैठकर उनसे उन्हीं की कृतियों के बारे में खुली चर्चा करने और कुछ अंश सुनने का मौका यहीं मिल सकता है।
3 काव्य का रस- लिटरेचर फेस्टीवल में काव्य और साहित्यप्रेमीजन काव्य का भरपूर रस ले सकते हैं। यहां सिर्फ बैठकें, चर्चाएं या भाषण नहीं होता बल्कि उत्कृश्ट साहित्य के अंश यहां पढ़े जाते हैं और काव्य का पाठ किया जाता है। यहां होस्ट और गेस्ट पद्धति से साहित्यिक चर्चाएं होती हैं और काव्य की सरिता प्रवाहित होती है जिससे काव्यप्रेमी अपने पसंदीदा लेखक से उनकी जुबान में उनकी रचनाएं न केवल सुन सकते हैं बल्कि उसपर प्रश्न भी पूछ सकते हैं।
4 रोचक तथ्यों की जानकारी- जयपुर में संगीत और नाटक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां होती रहती हैं लेकिन अब साहित्य का समारोह भी आयोजित होने से इस कलात्मक नगरी की एक कमी पूरी हो गई है। इस भव्य समारोह में दुनियाभर के साहित्यकार, फिल्मों से जुड़े लोग और सेलिब्रिटीज इकट्ठे होते हैं और अपने जीवन की विशेष घटनाओं, बातों, संघर्षों और अनुभवों का जिक्र करते हैं। इससे रोचक तथ्यों की जानकारी मिलने के साथ साथ मानसिक संतुष्टि मिलती है।
5 पसंदीदा साहित्यकार से मुलाकात– हो सकता है आप चेतन भगत को दिलचस्पी से पढ़ते हैं या अशोक चक्रधर की व्यंग्यात्मक रचनाओं को तरजीह देकर पढ़ते हों। लिटरेचर फेस्ट में हो सकता है आपको यह अवसर मिल जाए कि आप चेतन से पूछ सकें कि उनका प्रसिद्ध उपन्यास उनके जीवन के कितना करीब है या अशोक को उनके लेखन के लिए सामग्री कहां से मिलती है। फेस्ट में आपको आपके पसंदीदा साहित्यकार से मिलने और बात करने का मौका मिलता है।
6 सेलिब्रिटी लेखकों के अनुभव- लिटरेचर फेस्टीवल में सेलिब्रिटी साहित्यकारों से उनके जीवन के अनुभवों के बारे में सुनना अच्छा लगता है। किस तरह उन्होंने लेखन की शुरूआत की, कितना संघर्ष किया, सफलता कैसे मिली और विरोध कैसे झेलना पड़ा। इस सब बातों के बारे में कई भ्रांतियां भी होती हैं। जब सेलिब्रिटी लेखक इन सब बातों पर अपनी राय रखते हैं तो हमें सही तथ्यों की रोचक जानकारी मिलती है।
7 साहित्य ज्ञान में बढ़ोतरी- लिटरेचर फेस्टीवल के दौरान डिग्गी पैलेस का माहौल साहित्यमयी होता है। चारों ओर ज्ञान और साहित्य के वातावरण की भीनी खुशबू और खुमारी होती है। यह एक महान अवसर है जब कुछ दिन ज्ञान की शरण में रहा जा सकता है। फेस्ट के हर क्षण से ज्ञान में वृद्धि होती है और एक एक शब्द मूल्यवान होता है।
8 प्रसिद्ध लोगों के साथ चर्चा- इस अवसर पर प्रसिद्ध लोगों की मौजूदगी भी सभी के आकर्षण का केंद्र होती है और उनसे की गई महत्वपूर्ण चर्चाएं जानकारी के लिए मायने रखती हैं। फेस्टीवल में महत्वपूर्ण लोगों द्वारा कही गई बातों का असर भी बहुत गहरा और दूर तक होता है।
9 प्रेरणात्मक पहलू- यहां आकर विशिष्ट लोगों के जीवन पहलुओं से रूबरू होकर स्वयं के साहित्यिक विचारों को आयाम प्रदान किया जा सकता है। साथ ही अपनी लेखन क्षमताओं और शैली का भी विकास किया जा सकता है। बुद्धिजीवि वर्ग के सानिध्य में बिताया थोड़ा सा भी समय जीवन की धारा को मोड़ने का सामथ्र्य रखता है। यहां बहुत सी स्टॉल्स पर आपके प्रिय साहित्यकारों का साहित्य भी प्राप्त हो जाता है।
10 नए विचारों का आविर्भाव- आप जब चार दिन लिटरेचर फेस्टीवल के सभी कार्यक्रम अटेण्ड करेंगे तो अपने आप को बदला हुआ महसूस करेंगे और चार दिन बाद आपके भीतर नए विचारों का आविर्भाव होगा। जीवन पर सकारात्मक सोच, साहित्यिक आनंद और मानसिक संतुष्टि के लिए लिटरेचर फेस्टीवल का हिस्सा बनना आपके लिए वरदान साबित होगा।
साहित्य वही जो हित के साथ है। क्षमताओं के विकास में साहित्य का गहरा योगदान है, साहित्य से जुड़कर व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन को वैज्ञानिक भी साबित कर चुके हैं। जयपुर का लिटरेचर फेस्टीवल अपने आप में महान साहित्यकारों का मेला है। यदि आप जयपुर आकर इसमें भाग लेते हैं तो एक सुखद याद के साथ समुचित जीवन परिवर्तन का लाभ भी ले सकेंगे।
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