जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट
Jaipur International Airport
जयपुर राजस्थान की राजधानी है। पर्यटन की दृष्टि से विश्वभर में लोकप्रिय यह गुलाबी नगर परिवहन के सभी साधनों से देश और दुनिया से जुड़ा है। वायुमार्ग परिवहन इस खूबसूरत शहर को दुनिया के महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ता है। जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा जयपुर शहर के दक्षिण में लगभग 13 किमी की दूरी पर सांगानेर कस्बे के निकट स्थित है। इसीलिए इस एयरपोर्ट को सांगानेर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा के नाम से भी जाना जाता है।
जयपुर एयरपोर्ट राजस्थान का एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा भी है। इसे 29 दिसंबर 2005 को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिलने के बाद यहां कई विकासात्मक कार्यों को अंजाम दिया गया। इसके तहत यहां नया टर्मिनल और टर्मिनल बिल्डिंग बनाई गई है जिसकी क्षमता एक बार में 1000 यात्रियों को संभालने की है। यहां के रनवे का भी विस्तार किया गया है, और अब इसकी लंबाई 12000 फीट है।
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एयरपोर्ट प्रकार | पब्लिक |
ऑपरेटर | एयरपोर्ट्स एथोरिटी ऑफ इंडिया | |
सेवा | जयपुर | |
केंद्र | जयपुर, राजस्थान, भारत। | |
समुद्रतल से ऊंचाई | 385 मीटर | |
वैश्विक अवस्थिति | 26 डिग्री 49 मिनट उत्तर एवं 75 डिग्री 48 मिनट पूर्व |
संरचना
जयपुर एयरपोर्ट पर नया घरेलू टर्मिनल भवन 1 जुलाई 2009 को बनाया गया। इस विशाल भवन को 22,950 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया है। इस भव्य भवन को शीशों और स्टील से निर्मित किया गया, साथ ही यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सभी सुख सुविधाएं यात्रियों के लिए निर्मित की गई। इस विशाल भवन के केंद्र में केंद्रीय ताप सिस्टम, वातानुकूलन केंद्र, एक्स रे सामान जांच उपकरण और विमानों का अराइवल और डिपार्चर समय विवरण दिखाने वाला विशाल उपकरण भी लगाया गया। इसके अलावा आगंतुकों के सामान को उन तक सही सलामत व शीघ्र पहुंचाने की प्रणाली, एस्केलेटर सीढियां, सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली व उड़ान की सूचना वाले विशाल डिस्प्ले आदि से टर्मिनल को खूबसूरत व सुविधाजनक बनाया गया। इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर टर्मिनल के महत्वपूर्ण स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे, यात्रियों और सामान की तलाशी के लिए आधुनिक उपलकरण, कार पार्किंग आदि सभी सुविधाएं भी इस एयरपोर्ट को विश्वस्तरीय बनाती हैं।
भारी व्यस्तता के दिनों में भी इस एयरपोर्ट पर एक घंटे में 500 यात्रियों को संभाला जा सकता है। इस प्रकार यहां पेसेंजर हैंडलिंग कपैसिटी प्रतिवर्ष 4 लाख के आसपास है। यह यात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाता है।
टर्मिनल का मुख्यद्वार बेहद खूबसूरत है और इसके निर्माण में जयपुर की खूबसूरती को याद रखा गया है। मुख्यद्वार सेंडस्टोन और धौलपुर पत्थरों से निर्मित है और इसकी दीवारों पर खूबसूरत राजस्थानी शैली की पेंटिंग्स बनाई गई हैं। टर्मिनल के दोनो ओर पानी के आकर्षक फव्वारे हैं जो यात्रियों को सुकून का माहौल प्रदान करते हैं। आसपास के वातावरण को खजूर के पेड़ों से और भी मोहक बनाया गया है। ये फव्वारे टर्मिनल के तापमान को सामान्य बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। खास बात यह है कि टर्मिनल की दीवारों को पारदर्शी कांच से निर्मित किया गया है, ये दीवारें सूर्य की रोशनी के अनुकूल समायोजन कर लेती हैं। इससे टर्मिनल के भीतरी भाग में लाइट की बहुत बचत हो जाती है।
जयपुर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दो टर्मिनल हैं। 16 जुलाई 2012 से सभी अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों के लिए टर्मिनल-2 का इस्तेमाल किया जा रहा है।
जयपुर से जाने वाली एयरलाइंस | ||
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एयरलाइंस | स्थान | टर्मिनल |
एयर अरेबिया | शारजाह | 2 |
एयर इंडिया | मुंबई, दिल्ली | 2 |
एयर इंडिया एक्सप्रेस | दुबई | 2 |
गो एयर | बैंगलोर, मुबंई | 2 |
इंडिगो | अहमदाबाद, बैंगलोर, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, इंदौर | 2 |
जेट एयरवेज | अहमदाबाद, चंडीगढ़, दिल्ली, मुंबई, इंदौर | 2 |
जेट लाइट | दिल्ली, जम्मू, इंदौर | 2 |
किंगफीशर एयरलाइंस | फिलहाल स्थगित | – |
ओमान एयर | मस्कट | 2 |
स्पाइस जेट | अहमदाबाद, बैंगलोर, चेन्नई, दिल्ली, गोवा, हैदराबाद, जम्मू, मुंबई, पुणे, इंदौर | 2 |
विकास
वर्तमान में हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई 2797 मीटर से बढ़ाकर 3507 मीटर करने की योजना पर अमल किया गया। इसके लिए अक्टूबर 2011 से दिसंबर 2012 तक योजना के क्रियान्वन पर जोर दिया गया। एयरपोर्ट के विकास के चरण में यह प्रयास किया जा रहा है कि यहां के रनवे बोइंग 747 और एयरबस ए380 जैसे विमानों की लैंडिंग के लिए सक्षम हो सकें। इस तरह के प्रयासों से जयपुर एयरपोर्ट घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय विमानों की सुरक्षा और सुविधाओं को और पुख्ता कर पाएगा। नए रनवे पर इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा ताकि कम दृश्यता के कारण उड़ान रोकने की परेशानियों से बचा जा सके। संभव है यह सिस्टम 2013 में यहां कार्य करना आरंभ कर दे।
जयपुर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिलने के बाद पूरी तरह से यात्रियों के सुविधा व सुरक्षा के अनुरूप परिवर्तित और विकसित किया गया है। पिछले कुछ वर्षों में जयपुर एयरपोर्ट ने देश और दुनिया की ख्यातनाम हस्तियों की अगुवानी की है और उनकी प्रसंशा का पात्र भी बना है। जयपुर एयरपोर्ट दुनिया के बेहद खूबसूरत हवाई अड्डों में से एक है।
एयरपोर्ट पर वाई-फाई सुविधा
जयपुर में सांगानेर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों को वाई-फाई इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। एयरपोर्ट प्रबंधन मार्च के अंत में या फिर अप्रैल में यह सुविधा आरंभ कर सकता है। इसके अलावा टर्मिनल दो भी नए सिरे से संवारा जाएगा। सबसे पहले टर्मिनल दो पर हवामहल का प्रतिरूप लगाए जाने की योजना है। ऐसा होने पर यहां आने वाले यात्रियों को राजधानी सहित प्रदेश की झलक दिखेगी। आमेर किले और जंतर मंतर का प्रतिरूप भी लगाने की तैयारी की जा रही है। सीआईएसएफ भी टर्मिनल एक से हटाकर टर्मिनल दो पर कंट्रोल रूम बनाने की तैयारी में है।
जेट एयरवेज की उड़ान बंद होने से मुश्किल
सांगानेर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक के बाद एक मुंह मोड रहे विमानों ने पिंकसिटी के व्यापारियों के सामने समस्या खड़ी कर दी है। पहले इंटरनेशनल विमानों को जयपुर से परिचालन बंद हुआ और अब चंडीगढ-जयपुर-इंदौर-रायपुर-चेन्नई की बीच चलने वाले जेट एयरवेज के विमाने ने अपनी सेवाएं 31 मार्च से बंद कर दी हैं। इसके कारण इन शहरों की यात्रा करने वाले व्यापारियों की मुसीबतें बढ गई हैं। इंदौर के लिए परिचालन ठप होने सेआम आदमी की भी समस्या बढी है। दरअसल इंदौर में कई बड़े शैक्षणिक संस्थान हैं। यहां पर जयपुर सहित आसपास के कई शहरों से छात्र आकर पढाई करते हैं।
जयपुर इंदौर के बीच 1 मई से सीधी उड़ान
जयपुर से इंदौर जाने वालों को अब चंडीगढ से विमान आने की प्रतीक्षा नहीं करनी पडेगी। जेट एयरवेज प्रबंधन ने जयपुर इंदौर के बीच सीधी विमान सेवा देने का फैसला लिया है। यह संचालन 1 मई से आरंभ हो जाएगा।
सांगानेर एयरपोर्ट पर ’वीजा ऑन अराइवल’ शीघ्र
जयपुर में जल्द ही ’वीजा ऑन अराइवल’ की की सुविधा आरंभ हो जाएगी। इस सुविधा से प्रदेश के पर्यटन उद्योग को रफ्तार मिलेगी। सोमवार को 20 सदस्यीय ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन की टीम सांगानेर एयरपोर्ट पर काम शुरू कर देगी और दो तीन महीने में राजधानी जयपुर को यह सुविधा मिलने लगेगी। जयपुर में वीजा ऑन अराइवल की सुविधा मिलने के बाद दिल्ली और मुंबई के बजाय विदेशी पर्यटक यहीं से अपना पयर्टन आरंभ कर सकेंगे। इस सुविधा से पर्यटकों की संख्या बढेगी। विमानन और पर्यटन उद्योग को फायदा होगा। यह सुविधा जापान, सिंगापुर, फिनलैंड, लक्जमबर्ग, न्यूजीलैंड, कंबोडिया, लाओस, वियतनाम, फिलीपींस, इंडोनेशिया और म्यांमार में भी है। भारत में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई एयरपोर्ट पर यह सुविधा पहले से है।
प्रवर्तन ब्यूरो करेगा एयरपोर्ट की सुरक्षा
जयपुर में सांगानेर एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी अब प्रवर्तन ब्यूरो के हवाले होगी। प्रवर्तन सुरक्षा जांच से बचकर निकलना बेहद मुश्किल होगा। एयरपोर्ट की सुरक्षा का काम पुलिस के स्थान पर बुधवार को भारतीय प्रवर्तन ब्यूरो ने संभाल लिया। एयरपोर्ट पर अभी 35 सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। जिनकी संख्या बढाकर 70 किए जाने की संभावना है। इसके अलावा कई और अत्याधुनिक मशीनें भी यहां लगाई जाएंगी।
एयरपोर्ट पर पकड़े ’सिगरेट तस्कर’
जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट पर बुधवार 22 मई को दो अफगानी सिगरेट तस्कर गिरफ्तार किए गए। मामले के अनुसार एयर अरेबिया की शारजाह-जयपुर उडान से बुधवार को तड़के साढे 3 बजे सांगानेर एयरपोर्ट पहुंचे दो अफगानी नागरिकों के पास से करीब 69 हजार विदेशी सिगरेट स्टिक बरामद किए गए। सिगरेटों की ये खेप विदेशी तस्करों के सुपुर्द की जानी थी। पूछताछ में अफगानी नागरिकों ने न तो सिगरेट देने वाले की जानकारी दी और न ही डिलीवरी के बारे में कुछ बता सके। तोहर और इनियातुल्ला नाक के ये अफगानी नागरिक पहले भी देश में आ चुके हैं लेकिन तब दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरे थे। इस बार जयपुर को सुरक्षित मानकर ये यहां उतरे। ग्रीन चैनल से सामान के साथ निकलते वक्त कस्टम अफसरों ने दोनो को रोका और जांच की। दोनो के पास ब्रिटेन निर्मित गुरलीन मेन्थॉल ब्रांड की सिगरेट मिली। इसमें दूसरी विदेशी सिगरेट भी बिना पैकिंग के मिली। इसके पास से कोई मोबाइल फोन नहीं मिलने से अफसर चकित हैं।
फ्लाइट की देरी पड़ी भारी
जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट पर गुरूवार को जेट एयरवेज की दिल्ली जा रही फ्लाइट में तीन घंटे की देरी सिरदर्द का सबब बन गई। यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जमकर हंगामा मचाया। सुबह 8 बजे से फ्लाइट के इंतजार में बैठ यात्रियों ने एक घंटे बाह ही हंगामा शुरू कर दिया और कंपनी के काउंटर पर विरोध जताया। कंपनी प्रतिनिधियों ने समझाने की कोशिश की लेकिन फ्लाइट के आने तक यात्री शांत नहीं हुए। आखिर यात्रियों को लेकर फ्लाई 11.30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुई। इस फ्लाइट का शाम का समय भी गड़बड़ाया जिससे यात्रियों को फिर दिक्कत का सामना करना पड़ा। दिल्ली जयपुर उड़ान का सुबह 8.05 बजे जयपुर पहुंचने का समय है लेकिन गुरूवार का ऑपरेशनल कारणों से यह उड़ान सुबह 11 बजे जयपुर पहुंची। हंगामा कर रहे यात्रियों का कहना था कि कंपनी ने उन्हें फ्लाइट लेट होने की सूचना नहीं दी, इससे एयरपोर्ट पर उन्हें तीन घंटे इंतजार करना पड़ा।
सुरक्षा जांच के बाद कर सकेंगे शॉपिंग
जयपुर के अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट सांगानेर पर अब सुरक्षा जांच से गुजर चुके यात्री शॉपिंग कर सकेंगे। एयरपोर्ट के सैकंड फ्लोर से विमानों में बैठने वाले यात्री सुरक्षा जांच के बाद उड़ान में समय होने पर ज्वैलरी, गिफ्ट, किताबें आदि खरीद पाएंगे। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों की असुविधा को देखते हुए सैकंड फ्लोर की सिक्यूरिटी जांच को ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट कर दिया है। हालांकि नई व्यवस्था के बाद भी अंतर्राष्ट्रीय उडान के यात्रियों को सैकंड फ्लोर पर भी जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। दरअसल जुलाई 2012 से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी टर्मिनल-2 पर शिफ्ट कर दी गई थी। यात्री दबाव को देखते हएु सैकंड फ्लोर से विमान में पहुंचने वाले यात्रियों की सुरक्षा जांच भी सैकंड फ्लोर पर करना आरंभ किया गया था इससे समस्या यह हो गई कि जो यात्री सुरक्षा जांच से गुजर चुका हो वह बाहर आकर इन सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहा था।
जयपुर एयरपोर्ट पर मंगलवार को ऑटोमेशन की लांचिंग
जयपुर एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल की अत्याधुनिक तकनीक ऑटोमेशन सिस्टम को मंगलवार शाम 4.30 बजे एयरपोर्ट अॅथोरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन वीपी अग्रवाल लांच करेंगें। इस मौके पर अथॉरिटी के क्षेत्रीय निदेशक अनुज अग्रवाल भी मौजूद रहेंगे। इस सिस्टम का सफलतापूर्वक ट्रायल भी किया गया। यह तकनीक देश के प्रमुख 38 एयरपोर्ट पर स्थापित की जा रही है। एयरपोर्ट डायरेक्टर डी पॉल मणिक्कम के अनुसार नई तकनीक के कारण एयरट्रैफिक कंट्रोल पर ही देशभर में उड़ान भर रहे पायलेटों व एटीएफ इंजिनियरों की एफिशिएंसी बढेगी।
सभी एयरपोर्ट के विकास पर बैठक
राजस्थान में जयपुर, उदयपुर, कोटा, जैसलमेर, किशनगढ सहित सभी हवाईअड्डों के विस्तार व विकास के लिए जमीन अधिग्रहण, रनवे विस्तार, टर्मिनल भवन, बाउंड्री वाल आदि लंबित कार्यों को लेकर मंगलवार को एयरपोर्ट एथोरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन बीपी अग्रवाल और मुख्य सचिव सीके मैथ्यू बैठक करेंगे। जयपुर एयरपोर्ट के डायरेक्टर डी पॉल मणिक्कम का कहना है कि चर्चा के दौरान ज्यादातर मसलों पर कोई न कोई फैसला होने की उम्मीद है। इसमें जयपुर एरपोर्ट का रनवे विस्तार भी शामिल है। करीब सात एकड़ जमीन सरकार ने अधिग्रहीत तो कर ली। लेकिन एयरपोर्ट के सुपुर्द नहीं की। यह मामला लंबे समय से अटका पड़ा है। पूर्व में राज्य सरकार ने केंद्र से आग्रह कर छह माह के लिए विस्तार का काम रूकवा दिया था। अब प्रक्रिया फिर से शुरू करने पर विचार हो सकता है।
जयपुर एयरपोर्ट पर एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम शुरू
जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट पर मंगलवार से एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम की शुरूआत हो गई। इसके साथ ही उडानों की लाइव मॉनिटरिेंग का रास्ता भी खुल गया। नई तकनीक के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल पर न सिर्फ देशभर में उडान भर रहे विमानों को 450 किमी के दायरे में स्क्रीन पर देखा जा सकेगा। बल्कि ऑनलाइन मॉनिटरिंग और विमानों के बीच कम दूरी के चलते यात्री पांच से सात मिनट पहले एयरपोर्ट उतर सकेंगे। विमानों की हर पल की जानकारी ऑनलाइन रहने से यात्रा सुरक्षित भी रहेगी। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की एयर स्पेस आधुनिकीकरण परियोजना के तहत जयपुर सहित देशभर के 38 हवाई अड्डों को एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। जयपुर में सिस्टम का ट्रायल पहले से चल रहा था जिसकी मंगलवार को विधिवत शुरूआत हुई। यह तकनीकि ऑटोमेटिक फ्लाइट डिस्प्ले, डाटा डिस्प्ले, कंट्रोल और मॉनिटरिंग डिस्प्ले के अलावा आधुनिक सॉफ्टवेयर सर्वर से जुडी हुई है। अब मानवीय त्रुटि की संभावना नगण्य होगी
केट-2 लाइट सिस्टम लगेगा
एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम का शुभारंभ करने आए केंद्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष वीपी अग्रवाल के अनुसार दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से जयपुर एयरपोर्ट पर केट-2 लाइन सिस्टम लगाया जाएगा। इसके बाद खराब मौसम में भी विमानों को जयपुर में आसानी से उतारा जा सकेगा।
बीकानेर जैसलमेर से अक्टूबर से उड़ानें
केंद्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण जैसलमेर और बीकानेर में तैयार हो रहे अवाई अड्डों से अक्टूबर तक विमानों की उडान शुरू कर देगा। अजमेर के किशनगढ में प्रस्तावित एयरपोर्ट का काम जल्द ही शुरू होगा। वहीं सवाईमाधोपुर को भी हवाई सेवा से जोड़ने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी के जयपुर एयरपोर्ट को भी यात्रियों की सुविधा के हिसाब से विस्तार दिया जाएगा। जिसके लिए जल्द काम शुरू होगा।
विस्तार और विकास
केंद्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष वीपी अग्रवाल व अन्य अधिकारियों के साथ मुख्य सचिव सीके मैथ्यू की मंगलवार को हुई बैठक में मैथ्यू ने राज्य में मौजूदा हवाईअड्डों के विकास, अंतर्राष्ट्रीय उडानों की संख्या बढाने, जोधुपर उदयपुर को भी अंतर्राष्ट्रीय उडानों से जोडने, नए विकसित होते पर्यटन स्थलों को कनेक्टिविटी देने, हवाईअड्डों के विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण, केंद्रीय प्राधिकरण को अपेक्षाकृत अधिक सुविधाएं देने आदि के बारे में राज्य सरकार के स्तर पर बेहतर प्रयास करने का आश्वासन भी दिया।
जयपुर डायवर्ट हुई 15 उडानें
गुरूवार को अचानक बदले मौसम ने हवाई यातायात को प्रभावित कर दिया। दिल्ली में शाम को अचानक आए तूफान और बारिश के दौर के कारण 15 उडानों को जयपुर एयरपोर्ट डायवर्ट किया गया। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डायवर्ट उडानें एयर इंडिया, गो एयर, जेट एयरवेज, स्पाइस जेट और इंडिगो की थी।
विशेष विमान से जयपुर आए 91 तीर्थयात्री
चार धाम की यात्रा पर गए 91 तीर्थ यात्रियों का दल रविवार को विशेष विमान से सकुशल घर लौट आया। और इस बीच एक पखवाड़े तक हर दिन मौत से लडने में बीता। जलजले सेबचे तो पहाड टूट पडे। पहाडों से बचे तो मलब में दब गए। इससे भी पर पाली तो भूख प्यान ने बेदम कर दिया। प्रलय सी पीड़ा भोगकर लौटे लोगों की आंखों में आंसू थे। यात्रियों ने कहा कि लाशों को लांघते वक्त बाद में गूंजती हुई चीत्कारें हमेशा हमारा दिल दहलाएंगी। उद्योगमंत्री राजेन्द्र पारीक और मुख्यमंत्री सचिव निरंजन आर्य ने इन यात्रियों को देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट से रवाना किया। हेलीकॉप्टर के एयर ऑपरेशन इंचार्ज चीफ पायलट केसरी सिंह की देखरेख में यह प्रक्रिया पूरी की गई।
हवाई अड्डों के निजीकरण के लिए हुई बैठक बेनतीजा
जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे सहित देश के अन्य हवाई अड्डों के निजीकरण की कार्ययोजना तैयार करने को लेकर गुरूवार को दिल्ली में हुई अंतर मंत्रालय समूह की बैठक में चर्चा तो हुई लेकिन कोई ठोस फैसला नहीं हुआ। पहले चरण में सांगनेर सहित छह हवाई अड्डों का निजीकरण होना है। बैठक में कार्ययोजना और निविदा आमंत्रित करने सहित तमाम मसलों पर फैसला होना था। बैठक में योजना आयोग, कानून और वित्त मंत्रालय, नागरिक विमानन और उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई बुनियादी ढांचे संबंधी उच्च स्तरीय बैठक में जयपुर के हवाई अड्डे के ऑपरेशन व रखरखाव का काम पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत कराने का निर्णय किया गया।
सांगानेर एयरपोर्ट घाटे में
जयपुर विमानपत्तन से जुड़े शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक सांगानेर हवाई अड्डा सालाना 23 करोड से अधिक घाटे में चल रहा है। पिछले साल यह घाटा 16 करोड था। सूत्रों के मुताबिक पिछले साल यहां दौरे पर आई केंद्र की टीम ने घाटे को देखते हुए इसका रख रखाव निजी हाथों में देने की सिफारिश की थी। सांगानेर एयरपोर्ट पर 46 विमानों की प्रतिदिन आवाजाही होती है। 18 लाख यात्री हर वर्ष इस एयरपोर्ट से यात्रा करते हैं। यहां 1000 यात्रियों का ठहराव प्रतिघंटा है।