जयपुर में 150 करोड रूपए की लागत से बनी घाट की गूणी टनल की कुल लंबाई 2800 मीटर हैं टनल के अंदर की लंबाई 858 मीटर है। टनल रोड की आगरा की ओर लंबाई 1042 मीटर और जयपुर शहर की ओर लंबाई 900 मीटर है। जबकि सीसी रोड फोरलेन 4.5 मीटर चौड़ी हैंं। आगरा रोड पर टनल रोड के लिए ओवरब्रिज भी बनाया गया है।
विशेष बात यह है कि टनल में आने और जाने के लिए अलग अलग सुरंगें हैं। वाहनों के दूसरी टनल की ओर मुड़ने या आपात की स्थित में निकलने के लिए सुरंग के अंदर दो स्थानों पर इंटर कनेक्टिंग रोड बनाए गए हैं। धूआं और प्रदूषण को बाहर निकालने के लिए 9 जेट फैन भी लगे हैं। पैदल चलने वालों के लिए दोनो ओर फुटपाथ बनाए गए हैं। इसके साथ ही ओटोमेटिक फायर सिस्टम भी डवलप किया गया है। एक ट्रांसफार्मर खराब होने की दशा में दूसरा ऑटोमेटिक लाईटिंग सिस्टम शुरू हो जाएगा।
जयपुर में घाट की गूणी टनल आधुनिक जयपुर की राह में एक नया पायदान है। इस शानदार और आधुनिक टनल से जयपुर वल्र्डक्लास सिटी की दिशा में आगे बढ़ा है। टनल का उद्घाटन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 19 जनवरी को किया। शहर की पूर्वी पहाडियों को काटकर बनाई गई इस टनल की शुरूआत 2002 में हुई। 2005 में टनल का नक्शा बनकर तैयार हो गया। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार अपरान्ह टनल का बटन दबाकर शुभारंभ किया। इससे पहले टनल के निर्माण और विकास से संबंधित एक फिल्म भी दिखाई गई। उद्घाटन के बाद फोटाग्राफी का कार्यक्रम हुआ और काफिला वापस बिड़ला ऑडीटोरियम लौट गया।
उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, सांसद महेश जोशी और महापौर ज्याति खंडेलवाल शामिल थे।
उद्घाटन स्थल पर केवल 280 विशिष्ट मेहमानों के ही पास जारी किए गए। इसके अलावा किसी को भी वाहन अंदर ले जाने की इजाजत नहीं थी।
टनल का उद्घाटन करने के लिए दो बार बटन दबाया गया। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार बटन दबाया तो टनल की अनावरण पट्टिका से पर्दा हटा। लेकिन टनल के द्वारों पर लगे पर्दे तब हटे जब सोनिया गांधी कार में बैठकर टनल की ओर चली।
टनल इनोगरेशन का लाईव शो-
सोनिया गांधी द्वारा टनल इनोगरेशन का कार्यक्रम शहर के विभिन्न हिस्सों में बड़ी स्क्रीनें लगाकर दिखाया गया। ये स्क्रीनें बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़, अजमेरी गेट, राजमंदिर और शहर के विभिन्न हिस्सों में लगाई गई। टनल के उद्घाटन के साथ ही इसमें ट्रैफिक आरंभ नहीं हुआ। दो दिन के लिए आम लोग टनल में पैदल घूम सकेंगे।