छाया मेंहदी का जादू
हाथों को सजाने के लिए मेंहदी (Henena) का उपयोग किया जाता है। गौरे हाथों में लाल रंग चढ़ाती मेंहदी हर किसी का मन मोह लेती है। पिंकसिटी जयपुर में आजकल मेंहदी का प्रचलन अत्यधिक बढ़ गया है। मेंहदी का जहाँ पहले सुहाग का प्रतीक माना जाता था वहीं अब सभी लोग मेंहदी का उपयोग करने लगे है। सुहागिन स्त्रियाँ ही पहले अपने हाथों में मेंहदी का उपयोग करती थी। लेकिन प्रचलन बढ़ जाने से आज हर लड़की अपने हाथों पर हर अवसर पर मेंहदी का उपयोग करने लग गयी है। मेहंदी का उपयोग मेंहदी को घोलकर कोन में भरकर अपनी मन पसन्द डिजाइन से सजाया जाता है। सूख जाने पर नीबू चीनी का घोल लगाया जाता है। इससे मेहंदी का रंग अच्छा हो जाता है। इससे मेंहदी का रंग अच्छा हो जाता है। रंग को अधिक गहरा करने के लिए लौंग का सेक भी लिया जाता है। हाथों पर मेंहदी को लगाने का कार्य जयपुर में हर जगह पर हो रहा हैं। आज जयपुर में हर दुकानों के बाहर मेंहदी लगाने वाले बैठे होते है। ये माँग के अनुसार हाथों पर सुन्दर मेंहदी अलंकृत करते है। बारीक मेंहदी पसन्द के अनुसार लगायी जाती है। एक हाथ की कीमत 25 रूपए से लेकर 500 रू. तक रहता है। वहीं दुल्हन की मेंहदी की कीमत 1500 से 2500 तक भी ली जाती है। जयपुर वासियों में मेंहदी के प्रति रूझान अत्यधिक है।
आजकल ये फैशन का एक हिस्सा भी बन गया है। आजकल मेंहदी बाजार में तैयार भी मिलती है। बस डिजाइन को हाथ पर रखो थोड़ा सा प्रेस करो बस डिजाइन हाथों पर उतर जाता है। मेंहदी थप्पे में भी मिल जाती है। अगले दिन साफ हो जाती है। मेंहदी विभिन्न डिजाइनों जैसे राजस्थानी, अरेबियन चौकड़ी में लगायी जाती है। बेल-बूटों वाली मेंहदी भी सुन्दर लगती है। आजकल लड़के भी मेंहदी का प्रयोग करने लगे है। हाथों के अलावा मेंहदी का उपयोग बालों को रगने के लिए भी किया जाता है। ये नुकसान देह भी नही होती और न ही इससे त्वचा पर एलर्जी की शिकायत रहती है। इसमें आंवला, शिकाकाई मिश्रण मिलाकर दही के साथ बालों पर लेप किया जाता है। और सूखने पर बालो को धोया जाता है। इससे बाल घने हो जाते है। मेंहदी एक अच्छा कंडीशनर भी है। जयपुर में इसका प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है। आजकल मेंहदी के टैटू बाँहो पर, पीठ पर बनाये जाते है। ये विभिन्न रंगो में भी उपलब्ध हो जाते है। जयपुर में मेंहदी लगाने का कार्य बहुत बारीकी से किया जाता है। विदेशी लड़कियाँ भी जयपुर (Pink City) आकर मेंहदी के डिजाइन हाथों पर उकेरती है। फिल्मी मॉडल भी शरीर के विभिन्न हिस्सों पर मेंहदी के डिजाइन सजाते है। जयपुर के विभिन्न अवसरों पर जैसे : रक्षा बन्धन, तीज, करवा चौथ, दीपावली पर मेंहदी लगाई जाती है। विवाहादि अवसरों पर घर की सभी स्त्रियाँ अपने हाथों पर मेंहदी सजाती है। मेंहदी को एक रस्म के रूप में भी मनाया जाता हैं विवाह अदि अवसर पर लडकी की मेंहदी की रस्म होती है। जिसमें वर पक्ष की तरफ से वधू को मेंहदी भेजी जाती है और वहीं मेंहदी गीत गाकर स्त्रियाँ दुल्हन के हाथों पर लगाती है। इस अवसर पर नृत्य का आयोजन भी किया जाता है। ये है मेंहदी का जादू।
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