जयपुर में मानसून पर्यटन (Monsoon Tourism In Jaipur)
खूबसूरत गुलाबी नगरी जयपुर का रंग बारिश के मौसम में और भी चटख हो जाता है। जयपुर सबसे रोमांटिक शहरों में से एक है और मानसून का दौर इसे और भी ज्यादा रोमांटिक डेस्टीनेशन बना देता है। जयपुर और इसके आसपास बारिश के दौरान पर्यटन के लिए वह सब कुछ है जो मानसून प्रेमी पर्यटकों को चाहिए। जयपुर का हैरिटेज हो या फिर यहां की झीलें, आसपास का पर्वतीय इलाका हो या रेतीले धोरे, खेत खलिहान हों या भव्य मॉल, शानदार होटल हों या ढाणी रिसोर्ट, चटपटा खाना हो या ढाबे की चाय, सिटी विजिट हो या अभ्यारण्यों का विजिट, जयपुर में वह सब कुछ है जो आपके मानसून को बना सकता है शानदार पर्यटन अनुभव। सबसे खास बात यह कि फोटोग्राफी के शौकीनों को जयपुर के सबसे खूबसूरत पिक्चर भी बारिश के दौरान ही मिल सकते हैं। इस दौरान यहां की गुलाबी इमारतों की रंगत दोगुना हो जाती है और शहर के तीन ओर घिरी पहाड़ियां हरियाली की चादर ओढ़ लेती हैं। मेरा दावा है कि बारिश में फूल घाटी के ऊपर छिटके काले घने बादलों का झुरमुट और आमेर के मावठे में हाथियों की जलक्रीड़ा आपके कैमरे को जरूर लुभाएगी।
मानसून का चौमासा
जयपुर में मानसून का मौसम आमतौर पर जून-जुलाई-अगस्त-सितंबर महीनों के दौरान रहता है। हालांकि राजस्थान एक सूखा प्रदेश है लेकिन मानसून के चार महीनों में यह सबसे खूबसूरत आभा लिए होता है। राजस्थान के पूर्वी इलाकों में अच्छी बारिश होती है। जयपुर, सवाई माधोपुर, अलवर और भरतपुर के इलाकों में बारिश औसत से बेहतर ही होती है। ऐसे में यहां की छटा दर्शनीय होती है और राष्ट्रीय पर्यटकों का रुझान इधर बढ़ जाता है। हालांकि गर्मियों में जयपुर में पर्यटन घट जाता है लेकिन बारिश के मौसम में तापमान गिरने से यहां पर्यटन की बेहतर अवस्थाएं पैदा हो जाती हैं।
मानसून में जयपुर में तापमान
महीना – उच्चतम तापमान – न्यूनतम तापमान
जून – 39 डिग्री सेग्रे, 27 डिग्री सेग्रे
जुलाई – 33 डिग्री सेग्रे, 26 डिग्री सेग्रे
अगस्त – 32 डिग्री सेग्रे, 25 डिग्री सेग्रे
सितम्बर – 33 डिग्री सेग्रे, 24 डिग्री सेग्रे
जयपुर के जलाशय और फोटाग्राफी
जयपुर में जुलाई और अगस्त महीनों में कभी कभी भारी वर्षा भी होती है। ऐसे में जयपुर के जलाशयों और उद्यानों की रौनक देखने लायक होती है। जयपुर के प्रसिद्ध जलाशय गलता कुंड, जलमहल, मावठा, सागर आदि पर हरी भरी रौनक और पर्यटकों की आवाजाही देखने को मिल जाती है। ऐसे में जलाशयों में नौका विहार का आनंद भी लिया जा सकता है। फोटोग्राफर्स अपने साथ कैमरे को बचाने का उपाय या छतरी आदि भी रखें तो बेहतर है। क्योंकि बारिश के सीजन में यहां कब मौसम घुट जाए और कब बारिश शुरू हो जाए इसका कोई अंदाजा नहीं है।
बारिश में ठहरने के लिए खास लोकेशन
जयपुर हवाई, रेलवे और सड़क परिवहन से बहुत बेहतर ढंग से जुड़ा हुआ शहर है। अगर आप मानसून के मौसम में यहां पर्यटन के लिए आ रहे हैं तो अपने होटल का चयन करते हुए ध्यान रखें कि जयपुर की सघन बस्ती से दूर कहीं शांत माहौल में बने होटल आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं। जलमहल के सामने और आसपास स्थित होटलों से आप मानसागर झील और उसके बीच स्थित जलमहल की खूबसूरत लोकेशन अपने कमरे से भी देख सकते हैं। बारिश में मानसागर झील लबालब हो जाती है और यह अपने पालों से छलकने लगती है। सुबह उगते हुए सूर्य का दृश्य मन को मोह लेता है। इस इलाके से नाहरगढ़, जयगढ़ और आमेर महल जाने के लिए भी बहुत सुविधा रहेगी। बारिश के मौसम में नाहरगढ़ घूमने का लुत्फ उठाना न भूलें, साथ ही नाहरगढ़ के माधोमहल से अगर शहर की फोटोग्राफी की जाए तो मजा आ जाएगा। यहां महल के सबसे ऊपरी छोर पर बने कॉफीहाउस में आप कॉफी पीते हुए खिड़की से जयपुर शहर का शानदार नजारा अपने कैमरे में क्लिक कर सकते हैं।
मानसून के दौरान आमेर या आमेर रोड पर स्थित अच्छे होटलों में भी ठहरा जा सकता है। अगर आप शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत पसंद करते हैं तो यह इलाका आपको सुकून देगा। साथ ही बारिश के दौरान आमेर के ऐतिहासिक और प्राचीन दर्शनीय स्थलों का दौरा आपके आनंद को दोगुना कर देगा। यहां आप प्राचीन मंदिरों और हवेलियों के साथ साथ आमेर महल की फोटोग्राफी का आनंद भी ले सकते हैं। आमेर घूमते हुए अगर यहां की मोटी नमकीन का स्वाद बारिश के दौरान चखा जाए तो सोने पर सुहागा।
जयपुर की बारिश के खास स्पॉट
जयपुर में बारिश की शाम कुछ खास होती है। सड़कों पर लोगों की हंसी ठिठोली चहमकदमी तेज हो जाती है। जगह जगह चटपटे की दुकानों पर महिलाओं के झुंड दिखाई देने लगते हैं। शहर की सड़कें पानी से लबालब होकर एक आईना पेश करती हैं जिसमें यह शहर अपने तमाम खूबसूरत स्थलों के उजले चेहरे देखने में मशगूल हो जाता है। बारिश की ऐसी ही सुहानी शाम जयपुर के रामनिवास बाग, सिसोदिया रानी बाग, विद्याधर का बगीचा, गलता पीठ, चूलगिरी की पहाड़ियों, परकोटा शहर के बाजार, हवामहल, ईसरलाट, आमेर घाटी, कनक वृंदावन, आमेर महल, नाहरगढ़ और जयगढ़ की सैर की जा सकती है। इनमें से रामनिवास बाग में घोड़े की सवारी का आनंद लिया जा सकता है। जौहरी बाजार में एलएमबी के दही बड़ों का लुत्फ उठाया जा सकता है। आमेर की नमकीन और ईसरलाट की ऊंचाई का अलग ही मजा होता है। नाहरगढ़ जाने वाले हरे भरे टेढ़े मेढ़े पहाड़ी रास्ते भी मन मोहते हैं।
बारिश में लें सफारी का आनंद
बारिश के मौसम में जयपुर में सबसे बेहतर पर्यटन सफारी का होता है। इसमें आमेर महल की हाथी सफारी से लेकर, नाहरगढ़ रेस्क्यू होते हुए सामोद तक की जीप सफारी और सरिस्का व रणथम्भौर की रोमांचक सफारी भी शामिल है। सरिस्का और अभ्यारण्य जयपुर के सबसे नजदीकी राष्ट्रीय अभ्यारण्य हैं। महज दो से चार घंटों के बीच जयपुर से इन अभ्यारण्यों में पहुंचा जा सकता है। वाइल्ड लाइफ सफारी और फोटाग्राफी के शौकीनों के लिए बारिश में यह सफारी बहुत आनंददायक होती है। जो लोग पर्यटन को धर्म से जोड़कर इसका आनंद लेते हैं उनके लिए सरिस्का में विराटनगर, पाण्डुपोल, भृतहरि जैसे और रणथम्भौर में शिवाड़, चौथ का बरवाड़ा और रणथम्भौर के गणेशजी जैसे स्थल धार्मिक पर्यटन की कमी भी पूरी करते हैं। सरिस्का के लिए जयपुर से कार किराए पर ली जा सकती है जबकि रणथम्भौर के लिए कार और रेल्वे सेवा मुहैया है।
जयपुर सिर्फ गुलाबी ही नहीं बल्कि एक साथ कई रंगों में समाया शहर है। बारिश के मौसम में इसका हर रंग चटख पडता है। इस मौसम में यह खूबसूरत शहर आसमान के इंद्रधनुष की तरह अपनी खूबसूरती के सारे पंख खोल देता है। तो बारिश में जयपुर आईये और यहां के रंगों में रंग जाइये।
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