ये कैसी क्लीन चिट?
जलदाय विभाग ने शहर में साफ पानी सप्लाई होने का दावा किया है। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जलदाय विभाग ने पूरे शहर के बजाए केवल दो इलाकों चौकड़ी मोदीखाना और मुरलीपुरा में ही पेयजल सप्लाई के सैंपलों की जांच की और विभाग ने दूषित पानी मामले पर इंजीनियरों को क्लीन चिट दे दी। विभाग के इंजीनियरों का दावा है कि अधिकांश सैंपलों में अवशेष क्लोरीन पाई गई है। ऐसे में कही पर भी दूषित पानी सप्लाई नहीं हो रहा है। वहीं, लोगों ने जलदाय विभाग पर एकतरफा जांच कर खुद के स्तर पर क्लीन चिट देने का आरोप लगाया है। यह है मामला: हाई कोर्ट ने 10 सितंबर को शहर में गंदे पानी की सप्लाई के मामले में जलदाय विभाग को निर्देश दिया था कि वह सात दिन तक लगातार शहर में अलग-अलग स्थानों पर पानी के नमूने लें। साथ ही, इसकी रिपोर्ट दो सप्ताह में हाईकोर्ट में पेश की जाए। मुख्य न्यायाधीश अरुण मिश्रा व न्यायाधीश एनके जैन की खंडपीठ ने यह अंतरिम आदेश नवयुवक समाज समिति की पत्र याचिका पर दिया।
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